बिहार से कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के इकलौते सांसद डॉ मोहम्मद जावेद ने सीमांचल में CAA-NRC के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा कर दिया है. पिछले एक महीने से वह लगातार प्रदर्शनों और सभाओं में जुटे हैं.
पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने जामिया मीलिया में CAA-NRC के खिलाफ आंदोलन में शामिल हो कर कहा था कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन खड़ा करने की कुअत नहीं रखती. सलमान खुर्शीद की बात कटु सत्य है भी. क्योंकि नागरिकता कानून के खिलाफ शहर-शहर, गली-गली में आंदोलन चल रहा है लेकिन कांग्रेस इसमें कोई खास निर्णायक भूमिका नहीं निभा पा रही है.
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लेकिन इसके बरअक्स सीमांचल में, किशनगंज के सांसद डॉ. जावद ने अब तक दो दर्जन से ज्यादा सभायें, कैंडिल मार्च, विरोध प्रदर्शन और नागरिकता कानून के खिलाफ जागरूकता अभियान चल चुके हैं जो लगातार जारी है. इतना ही नहीं जावेद ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के अलावा दिल्ली में दशतक दे चुके हैं.
जावेद ने कहा कि नया नागरिकता कानून, भारत के संविधान और भारत की परम्परा पर हमला है. भारत के लोग इस काले कानून को स्वीकार नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भारत के भाईचारे को ध्वस्त करने पर तुली है लेकिन हमने पिछले एक महीने में देखा है कि इस देश के अवाम भाजपा की इस साजिश को ध्वस्त कर रहे हैं.
CAA-NRC के खिलाफ आयोजित एक सभा में जावेद ने कहा कि हम किसी भी हाल में इस कानून को स्वीकार नहीं कर सकते और अपनी नागरिकता साबित करने के लिए सरकार के किसी भी योजना का हिस्सा नहीं बनेंगे.
काबिले जिक्र है कि डॉ. मोहम्मद जावेद बिहार से कांग्रेस ही नहीं बल्कि समूचे विपक्षी दलों के इकलौते सांसद हैं. और वह किशनगंज लोकसभा सीट से सांसद हैं. इससे पहले वह किशनगंज विधान सभा क्षेत्र से लगातार पांच बार विधायक रह चुके हैं.