बिहार एनडीए में शामिल दलों को भविष्य की चिंता सताने लगी है। इसीलिए सभी अपनी-अपनी ताकत दिखाने और भाजपा पर दबाव बनाने में लगे हैं। पहले जीतनराम मांझी लोकसभा चुनाव में कम सीट दिए जाने पर नाराजगी जता चुके हैं और अब उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नेता ने कहा कि बिहार में अगले 20 वर्षों तक उपेंद्र कुशवाहा को मौका मिलना चाहिए।
जदयू के पूर्व विधान पार्षद रामेश्वर महतो गुरुवार को राष्ट्रीय लोक मोर्चा में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के लिए बड़ी अपील कर दी। कहा कि अब कुशवाहा को बिहार में मौका मिलना चाहिए। कम से कम 20 वर्षों के लिए मौका मिले। याद रहे उपेंद्र कुशवाहा के समर्थक पहले भी उन्हें बिहार के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते रहे हैं। उन्हें मुख्यमंत्री का दावेदार भी माना जाता था, लेकिन एनडीए में शामिल होने के बाद उनकी स्थिति कमजोर होती गई। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें सिर्फ एक सीट चुनाव लड़ने के लिए दी, वह भी कुशवाहा हार गए। फिर उन्हें राज्यसभा भेजा गया।
रामेश्वर महतो लोकसभा चुनाव में सीतामढ़ी से टिकट के दावेदार थे, लेकिन नीतीश कुमार ने देवेशचंद्र ठाकुर को प्रत्याशी बनाया। ठाकुर को प्रत्याशी बनाए जाने का महतो ने विरोध किया था। सीतामढ़ी के इलाके में महतो की कुशवाहा नेता के रूप में पहचान है।
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जिस कार्यक्रम में रामेश्वर महतो ने उपेंद्र कुशावाहा के लिए अगले 20 वर्षों की मांग की, उसमें खुद कुशवाहा भी शामिल थे। बाद में कुशवाहा ने कहा कि ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए। हमें एनडीए को मजबूत करना है। यह ठीक उसी तरह की बात है जब नीतीश कुमार के समर्थक उन्हें अगला प्रधानमंत्री बनाने की मांग कर रहे थे और नीतीश कुमार कहते थे कि उन्हें कुछ नहीं चाहिए। वे तो बस सभी विरोधी दलों को एकजुट करना चाहते हैं।