लालू की तरह तेजस्वी ने भी इतिहास रचा, मंसूरी को बना दिया मंत्री

आज बिहार में नए मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें सबसे खास हैं इसराइल मंसूरी। आजादी के 75 साल बाद पहली बार मुस्लिम समुदाय के सबसे निचले पायदान को मिला सम्मान।

आज बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया। 31 नए मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें सबसे खास नाम है इसराइल मंसूरी। वे मुसलमानों की सबसे कमजोर, सामाजिक रूप से से सबसे निचले पायदान की जाति धुनिया से आते हैं। इस जाति के पिछड़ेपन को समझने के लिए इतना ही जानना काफी है कि 2020 में इसराइल मंसूरी धुनिया जाति से विधायक बनने वाले पहले नेता थे। आजादी के 73 साल बाद इस जाति का कोई व्यक्ति विधायक बन सका। यह तब संभव हुआ, जब तेजस्वी यादव ने उन्हें विधानसभा चुनाव में पार्टी का टिकट दिया। चुनाव में उन्होंने जीत हासिल की और विधानसभा में पहुंचनेवाले धुनिया जाति के पहले नेता बने। अब तेजस्वी यादव ने उन्हें मंत्री भी बना दिया है। आप कह सकते हैं, आजादी के 75 साल बाद मुस्लिम समुदाय के सबसे निचले पायदान की धुनिया आबादी के इतिहास में आज से एक नया अध्याय जुड़ गया है।

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस कदम की कई लोगों ने सराहना की और कहा कि लालू प्रसाद की तरह ही तेजस्वी यादव ने भी इतिहास रच दिया। लालू प्रसाद ने ही पहली बार मुसहर जाति के महिला को लोकसभा का चुनाव जितवा कर दिल्ली भेजा था। हाल में राजद के तीन एमएलसी चुने गए। इनमें भी एक नाम की काफी चर्चा हुई। मुन्नी देवी का चुनाव राष्ट्रीय चर्चा का विषय बना, क्योंकि वे दूसरों का कपड़ा धोने और इस्त्री करने का काम करते हुए पार्टी कार्यकर्ता की भूमिका भी निभाती रही थीं। अब तेजस्वी यादव ने जिस तरह मुस्लिम समाज के सबसे कमजोर बिरादरी, सामाजिक रूप से सबसे निचले पायदान के इसराइल मंसूरी को मंत्री बनाया है, उसे ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।

नौकरशाही डॉट कॉम के संपादक इरशादुल हक ने कहा-75 वर्षों के आज़ाद भारत में @yadavtejashwi ने ऐसा इतिहास रचा जिसकी नज़ीर बिहार में नहीं देखी गई। हाशिये के अंतिम पायदान की धुनिया जाति के इसराइल मंसूरी मंत्री बनाये गए। तेजस्वी का यह कदम केवल राजनीतिक ही नही बल्कि सामाजिक क्रांति का संकेत भी है।

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By Editor