मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से चल रही केंद्र की एनडीए सरकार ने उन्हीं की मांग को खारिज कर दिया है। इसके बाद लालू यादव ने नीतीश पर पहली बार ऐसा हमला किया कि तिलमिला गए नीतीश समर्थक। लालू यादव ने ऐसे कड़े शब्दों में हमला बोला, जैसे शब्दों का प्रयोग वे प्रायः नहीं करते हैं। दरअसल आज पहली बार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्ववाली केंद्र सरकार ने लोकसभा में रामप्रीत मंडल के सावल के जवाब में विशेष दर्जा देने से इनकार कर दिया। मंडल के प्रश्न का जवाब वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने दिया।
केंद्र सरकार ने संसद में आधिकारिक रूप से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार कर दिया है। इसके बाद नीतीश कुमार बुरी तरह फंस गए हैं। उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। इस बीच लालू यादव ने नीतीश कुमार से पहली बार इस्तीफा मांग लिया है। कहा कि नीतीश ने बिहार की जनता को धोखा दिया है। दब केंद्र ने उनकी मांग ठुकरा दी, तो वे अविलंब इस्तीफा दें।
राजद अध्यक्ष ने कहा कि नीतीश कुमार केंद्र और राज्य की सत्ता के लिए अपना ज़मीर, अपनी अंतरात्मा, बिहार की अस्मिता, बिहारवासियों की आकांक्षाओं और बिहार के वोटों की महत्ता को बेच चुके हैं! “नीतीश कुमार तुरंत इस्तीफ़ा दें, बोला था विशेष राज्य का दर्जा दिला देंगे! अब केंद्र ने मना कर दिया!”
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उधर राज्य सभा में राजद सांसद मनोज झा ने भी बिहार को विशेष दर्जा का सवाल उठाया। कहा कि हमारी मांग है कि विशेष दर्जा और विशेष पैकेज दोनों मिलना चाहिए। बिहार हर मामले में पिछड़ा है। उसका विकास बिना विशेष दर्जे के नहीं हो सकता। इससे पहले लोजपा के चिराग पासवान ने भी संसद के बाहर विशेष दर्जा की मांग की थी, लेकिन लगता है, जदयू और लोजपा का दबाव काम नहीं आया। अब देखना है कि दोनों दल आगे क्या करते हैं।