अब से कुछ घंटे बाद चारा घोटाला मामले में लालू प्रसाद पर फैसला होने वाला है, लेकिन इस कठिन लम्हे में भी लालू अपने नेता चरण सिंह की जयंती पर उन्हें नमन करना नहीं भूला. उन्होंने कहा हमारे नेता पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के सच्चे हितैषी चौधरी चरण सिंह जी की जयंती पर कोटि-कोटि प्रणाम व शत्-शत् नमन।
लालू ने ट्विटर व फेसबुक पर चरण सिंह के संग अपनी पुरानी यादों को ताजा करने वाली फोटो शेयर की है. और उन्हें उनके जन्मदिन पर नमन किया है. चरण सिंह का जन्म 23 दिसम्बर 1902 को हुआ.
गौर तलब है कि आज ही चारा घोटाला मामले में रांची की विशेष अदालत लालू प्रसाद पर फैसला देने वाली है और लालू अपने बेटे तेजस्वी यादव के संग रांची में हैं. चरण सिंह सोशल जस्टिस के आदर्शों के बड़े नेता रहे हैं.
वह भारत के सातवें प्रधानमन्त्री थे। उन्होंने यह पद २८ जुलाई १९७९ से १४ जनवरी १९८० तक सम्भाला। चौधरी चरण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन भारतीयता और ग्रामीण परिवेश की मर्यादा में जिया।वो किसानों के नेता माने जाते रहे हैं।
उनके द्वारा तैयार किया गया जमींदारी उन्मूलन विधेयक राज्य के कल्याणकारी सिद्धांत पर आधारित था। एक जुलाई 1952 को यूपी में उनके बदौलत जमींदारी प्रथा का उन्मूलन हुआ और गरीबों को अधिकार मिला। उन्होंने लेखापाल के पद का सृजन भी किया। किसानों के हित में उन्होंने 1954 में उत्तर प्रदेश भूमि संरक्षण कानून को पारित कराया। वो 3 अप्रैल 1967 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।