कहलगांव भागलपुर में बटेश्वर स्थान गंगा पम्प नहर योजना के उद्घाटन के पहले ही बांध टूट जाने ने विपक्ष हमलावर रूख अख्तियार कर लिया है. जहां पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बांध टूटने के बहाने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस पर सवाल कर दिए, वहीं, उनके पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार समेत जल संसाधन विभाग के मंत्री ललन सिंह को निशाना बनाया. उन्होंने पूछा कि बांध था या बताशा, जो पानी में आते ही गल गया.
नौकरशाही डेस्क
लालू ने कहा कि हले बाढ़ में बांध टूटा तो नीतीश सरकार ने चूहे पर दोष मढ़ा. ऐसे में अब क्या किसी घड़ियाल ने इस बांध को अपने थुथुन से मार के तोड़ दिया है. न बांध की मरम्मती हुई थी न सही तौर से इसको बनाया गया था. घोटाले के आरोपों से खुद को बेदाग रखने के लिए राज्य सरकार को हर बार कोई न कोई बहाना चाहिए. राजद प्रमुख ने दोषियों पर कड़ी करवाई की मांग करते हुए कहा कि जनता के पैसे को राज्य सरकार पानी में बहा रही है. वहीं, के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने कहा कि ये योजना 1977 की थी. नहर प्रणाली का निर्माण 1985-88 से हो रहा था. 1985 के बने नहर का 32 साल बाद उदघाटन हुआ ऐसे में हमसे बस चूक हुई की हमने नहर को चेक नहीं किया.
उल्लेखनीय है कि भागलपुर जिले के कहलगांव में 40 साल में 828 करोड़ रुपए की लागत से तैयार बटेश्वर गंगा पंप कैनल प्रोजेक्ट का डैम ट्रायल के दौरान टूट गया. सीएम नीतीश कुमार आज सुबह 11.20 बजे इसका इनॉगरेशन करने वाले थे. इसके लिए सभास्थल भी सजकर तैयार था, लेकिन मंगलवार की शाम चार बजे 12 में से सिर्फ 5 मोटर पंप चालू किए गए, इसके करीब एक घंटे बाद डैम टूट गया बाद में कलेक्टर आदेश तितरमारे ने बताया कि डैम टूटने के बाद नीतीश कुमार का दौरा रद्द कर दिया गया है.