आखिरकार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में जज एसएस प्रसाद के समक्ष सरेंडर कर दिया. पेशी के दौरान लालू ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए Emotional हो गये.
नौकरशाही डेस्क
इसके बाद उन्हें हिरासत में लेकर होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में भेज दिया गया. मालूम हो कि संयुक्त बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और चारा घोटाला के तीन मामलों में दोषी करार दिये जा चुके लालू प्रसाद यादव चार महीने से औपबंधिक जमानत पर थे.
खबर है कि लालू प्रसाद को बेहतर इलाज के लिए राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) भेज दिया जायेगा. पिछले दिनों झारखंड हाइकोर्ट ने स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें दी गयी औपबंधिक जमानत को रद्द करते हुए 30 अगस्त तक सीबीआई की विशेष अदालत में सरेंडर करने का निर्देश दिया. इसके बाद आज लालू प्रसाद ने अदालत में सरेंडर किया. वहीं, विशेष जज ने लालू प्रसाद को थोड़ी राहत दी और कहा कि कहा कि वह रिम्स के डॉक्टरों की निगरानी में रहेंगे. सुनवाई के दौरान लालू प्रसाद ने विशेष जज से भावुक अपील भी की. उन्होंने विशेष जज से थोड़ी-सी रियायत की मांग की. कहा कि दिल्ली में इडी के एक मामले में उन्हें पटियाला हाउस कोर्ट में पेश होना है. इसलिए उन्हें राहत दी जाये, लेकिन कोर्ट ने इससे इन्कार कर दिया.
सनद रहे कि 17 मार्च, 2018 को लालू प्रसाद यादव को बिरसा मुंडा कारागार से इलाज के लिए रिम्स लाया गया था. कई गंभीर बीमारी से पीड़ित लालू प्रसाद को बाद में बेहतर इलाज के लिए 28 मार्च को एम्स रेफर कर दिया गया था. 30 अप्रैल को राजद सुप्रीमो एम्स से रिम्स लौटे. 10 मई को उनके बड़े बेटे तेज प्रताप की शादी के लिए झारखंड हाइकोर्ट ने उन्हें कई शर्तों के साथ पेरोल पर रिहा कर दिया. खराब स्वास्थ्य के आधार पर 16 मई को हाइकोर्ट से लालू को प्रोविजनल बेल मिल गयी थी, जिसे लगातार बढ़ाया जा रहा था.