राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के ट्विटर हैंडल से किये गये ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिये बगैर कहा गया कि चोर चौकीदार ने अब कुर्मी, पटेल, धानुक़, कोयरी, कुशवाहा, मौर्य, दाँगी एवं अहीर के आरक्षण की भी चोरी शुरू करवा दी है।
उन्होंने कहा कि इसके बाद अब ये पासवान, रविदास, जाटव, पासी, रज़क, माँझी, नोनिया, बिंद, बेलदार, मल्लाह, निषाद, कहार, केवट, चंद्रवंशी, मंडल और आदिवासी का आरक्षण समाप्त करेंगे। राजद सुप्रीमो ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बातें हैं साथ की, लेकिन दिल में खोट। वे सामाजिक न्याय को, पहुंचाते हैं चोट।।”
इससे पूर्व श्री यादव के पुत्र और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यदि भाजपा सत्ता में आई तो 31 मई के बाद साज़िशन 10 प्रतिशत पिछड़ा आरक्षण समाप्त कर देगी। इसमें सबसे पहले कुशवाहा, कोयरी, दाँगी, कुर्मी, पटेल और अहीर का आरक्षण होगा। उसके बाद बारी-बारी से अति पिछड़ा और अनुसूचित वर्गों का आरक्षण ख़त्म करेंगे और रातों-रात ये स्वयं का बढ़ा लेंगे।
एक अन्य ट्विट में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अतीत के बूते जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री ने पांच वर्ष पहले की गई घोषणाओं में एक को भी पूरा नहीं किया और चुनाव प्रचार में भी वह अगले पांच बरस की कोई नई बात नहीं कही।
बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता श्री यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किये गये ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिये बगैर अपने ख़ास अंदाज में कहा, “ बकबका गया है। जनता को बुड़बक समझता है। पांच वर्ष पहले जो घोषणाएँ की, एको भी पूरा नहीं किया। अगले 5 बरस की कोई नई बात नहीं। ख़ाली नफ़रत,नौटंकी,जुमलेबाजी, बकबक, झकझक, बकवास, विलाप और 40 साल पहले के गड़े मुर्दे सूँघ भ्रम खोदने में लगा है।” उन्होंने भोजपुरी में कहा, “पूरा बकबकाईल बा..काम का कौनो बात नईखे।”