लालू प्रसाद को एम्स के इलाज से वंचित कर दिया गया और उन्हें एम्स से छुट्टी कर दी गयी है. इससे पहले गंभीर रूप से बीमारी लालू प्रसाद ने एम्स के निदेश को पत्र लिख कर कहा था कि डॉाक्टर भगवान के रूप होते हैं इसलिए उन्हें किसी दबाव में आ कर मुझे इलाज से वंचित करने और रांची शिफ्ट करने का गुनाह नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर समुचित इलाज के बिना मुझे कुछ हो गया तो इसके जिम्मेदार आप होंगे.
उन्होंने एम्स से छु्ट्टी किये जाने को राजनीतिक द्वेष करार दिया है और कहा है कि एम्स पर दबाव डाल कर उन्हें वहां से हटाया गया है.
गौरतलब है कि बीते दिनों नौकरशाही डॉट काम ने खबर दी थी कि लालू का इलाज कर रहे चिकित्सकों पर राजनीतिक दबाव डाला जा रहा है कि लालू प्रसाद को एम्स से हटा कर रांची शिफ्ट कर दिया जा सकता है.
यह भी पढ़ें- लालू को एम्स से हटाने के लिए डाक्टरों पर बनाया जा रहा है राजनीतिक दबाव
इस खबर के बाद लालू प्रसाद ने यह चिट्ठी एम्स के निदेशक के नाम लिखी है. चिट्टी में लालू ने अपनी बीमारियों का जिक्र करते हुए कहा है कि उन्हें किडनी, शुगर, और रक्तचाप समेत अनेक बीमारियां हैं. इसका समुचित इलाज रांची मेडिकल कालेज अस्पताल या बिरसा मुंडा जेल में नहीं है. लिहाजा एम्स प्रबंधन को किसी राजनीतिक दबाव में नहीं आना चाहिए क्योंकि डाक्टर भगवान का रूप होते हैं.
बीते दिन नौकरशाही डॉटकॉाम को विश्वस्त सूत्रों से यह खबर मिली थी कि लालू प्रसाद को एम्स से शिफ्ट करने के लिए डाक्टरों पर बाहरी दबाव बनाया जा रहा है.
लालू प्रसाद की यह चिट्ठी उसी के बाद जारी की गयी है.
इस बीच खबर है कि लालू प्रसाद से राहुल गांधी ने मुलाकत की है. वह एम्स पहुंच कर उनसे मिले और उनका हाल चाल लिया.