LIC के 30 करोड़ धारकों के साथ धोखा कर रही सरकार : कांग्रेस
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर LIC के 30 करोड़ धारकों से धोखा करने का आरोप लगाया। जब बाजार अस्थिर है, तब क्यों बेचने की हड़बड़ी। क्यों वैल्युएशन कम किया।
एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार अक्षय तृतीया पर एलआईसी बेच रही है, वहीं पूरा आईटी सेल और भाजपा समर्थक राहुल गांधी के नेपाल जाने पर शोर मचा रहे हैं। लोगों ने पूछा कि क्या यह ध्यान भटकाने के लिए तो नहीं किया जा रहा है?
इधर, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सूरजेवाला ने मोदी सरकार पर एलआईसी के 30 करोड़ धारकों के साथ धोखा करने का आरोप लगया। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा-एलआईसी का नारा है – ‘जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी’। उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी जी बताएं कि इतनी जल्दबाजी क्यों की जा रही है? दशकों से 140 करोड़ लोगों के खून-पसीने की कमाई और टैक्स से खड़ी की गई कंपनियां व सार्वजनिक उपक्रम पब्लिक सेक्टर अंडर टेकिंग फायर सेल में बेचा जा रहा है। देश की संपत्ति को दोनों हाथों से बेरहमी से लुटा रहे हैं। अब तो हद कर दी। अब आम आदमी के सुरक्षा कवच एलआईसी जैसी सर्वश्रेष्ठ और सबसे बड़ी कंपनी को बेचा जा रहा है।
सूरजेवाला ने पूछा, एलआईसी का अवमूल्यन कैसे हो गया?सरकार के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि जब फरवरी, 2022 में LIC का वैल्युएशन 12 लाख करोड़ था तो सिर्फ दो महीने में इसका वैल्युएशन घटकर आधा यानी 6 लाख करोड़ कैसे रह गया? उन्होंने कहा इसी साल जनवरी-फरवरी से ही एलआईसी के शेयर मूल्यों को कम करने की कोशिश की जा रही थी। तब एलआईसी का शेयर मूल्य करीब 1100 रूपए था और अब सरकार ने कहा है कि वह एलआईसी आईपीओ में मात्र 902 से 949 रुपए के बीच एलआईसी का शेयर बेचेगी। सूरजेवाला ने यह भी कहा कि आज बाजार की हालत खराब है। ऐसे समय में एलआईसी को बेचने का क्या तुक है।
आम आदमी को एलआईसी बेचने, इसका वैल्युएशन कम करने जैसे आर्थिक मसलों के गुण-दोष की जानकारी कम हो, लेकिन इसका भयानक असर आनेवाले दिनों में इससे जुड़े लोगों को होगा। एलआईसी जमा धन की सुरक्षा, धन की वृद्धि के मामले में जितना आश्वस्त करता था, अब इसमें प्राइवेट खिलाड़ियों के आने और बाजार के हवाले होने से आम आदमी की मेहनत की कमाई खतरे में होगी।
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