दो दिन पहले लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने उप्र में 10 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने का संकेत दिया और अब शनिवार को भाजपा ने उन्हें झारखंड में गच्चा दे दिया है। पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए आजसू तथा जदयू के साथ मिल कर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। पार्टी ने कहा कि दोनों दलों से बातचीत अंतिम दौर में है। पार्टी ने लोजपा का जिक्र ही नहीं किया।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार झारखंड चुनाव तैयारी की कमान संभाल रहे असम के मुख्यमंत्री हिमंत विस्वा सरमा ने कहा कि भाजपा दो दलों आजसू तथा जदयू के साथ मिल कर चुनाव लड़ेगा। साफ है कि लोजपा को झारखंड में एनडीए ने भाव नहीं दिया। कुछ दिनों पहले ही चिराग पासवान ने झारखंड का दौरा किया था। प्रदेश भर के लोजपा नेताओं को चिराग पासवान ने संबोधित भी किया था। बड़े दावे किए थे, लेकिन अब अकेले चुनाव लड़ने की नौबत आ गई है। जाहिर है उनके अलग लड़ने से शायद ही किसी क्षेत्र में प्रभाव छोड़ सकें।
याद रहे दो दिन पहले ही उन्होंने उप्र में 10 सीटों के लिए होनेवाले उप चुनाव में पार्टी प्रत्याशी उतारने का संकेत दिया था। लोजपा की तरफ से यह भी कहा गया कि भाजपा के साथ उनका तालेमेल राष्ट्रीय स्तर पर है, उप्र में तालमेल नहीं है।
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झारखंड में जिस तरह भाजपा ने लोजपा को गच्चा दिया है, उससे चिराग पासवान की पार्टी विस्तार की योजना को धक्का लगा है। हालांकि लोजपा जैसी पार्टी के बारे में लोगों का कहना है कि अगर इस पार्टी के नाम पर कोई जीत भी जाए, तो वह पार्टी के साथ शायद ही रहे। जो जीतेगा, वह अपने बूते जीतेगा। बिहार में बसपा का यही हाल है। हर बार एक-दो विधायक जीतते हैं और जीत कर जदयू या अन्य पार्टी में चले जाते हैं।