चमकी बुखार से मातम में डूबे लोग हो रहे हैं उग्र, सत्ता पक्ष के विधायक को अपने गांव से खदेड़ा
बिहार में 163 बच्चों की चमकी बुखार से मौत के बाद जहां अब तक मातम पसरा था वहीं अब लोग उग्र होते जा रहे हैं. सत्ताधारी लोजपा के विधायक जब मातमपुरसी के लिए पहुंचे तो लोगों ने पहले उन्हें खरी-खोटी सुनाई फिर खदेड़ कर अपने गांव से निकाल दिया.
यह मामला वैशाली जिले के हरिवंशपुर गांव का है जहां 11 बच्चों की मौत चमकी बुखार से हो गयी है. इन बच्चों में ज्यादा तर दलित परिवार से थे.
लालगंज क्षेत्र के लोजपा विधायक राजकुमार साह रविवार को अपने क्षेत्र के हरिवंशपुर गांव गए थे. वह लोगों से मिल कर सहानुभूति जताने पहुंचे थे लेकिन लोगों की शिकायत थी कि यहां पिछले पंद्रह दिनों से बच्चे मर रहे हैं लेकिन वे नहीं आये. विधायक के पहुंचते ही लोगों ने सवालों की बौछार कर दी. इस बीच विधायक की तरफ से संतोषप्रद जाब नहीं मिला तो लोग उग्र हो गये और विधायक को खदेड़ कर गांव से निकाल दिया.
हरिवंशपुर के लोग इस बात को लेकर उग्र थे कि गांव में पिछले कई दिनों से बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है, इसके बावजूद विधायक लापता थे.
विधायक को बंधक बनाने की खबर मिलते ही स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई. इसके बाद भगवानपुर एसडीओ दल-बल के साथ विधायक को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने मौके पर पहुंचे.
आप को बता दें कि लोजपा बिहार सरकार में शामिल है. लोगों की असल शिकायत यही थी कि सत्ताधारी गठबंधन में रहते हुए विधायक ने उनकी मदद के लिए कोई कोशिश नहीं की. इतना ही नहीं पिछले पंद्रह दिनों से लोग अपने बच्चों के इलाज के लिए भटक रहे हैं पर विधायक ने कभी इस बीच सुध नहीं ली. लेकिन जब आब विधायक हरिवंशपुर पहुंचे तो लोगों का गुस्सा उबल पड़ा.
याद रहे कि मुजफ्फरपुर में अस्पताल में भी डाक्टरों और अफसरों के खिलाफ लोगों में भारी नाराजगी देखने को मिली है. वहां पर सैकड़ों मरीज बच्चों के लिए बेड और डाक्टरों की कमी के कारण प्रशासन और सरकार के खिलाफ नाराजगी देखने को मिली है.