लॉकडाउन के तेरहवें दिन तक बिहार सरकार ने एक लाख 3 हजार 579 ऐसे जरूरतमंदों Migrants Biharis तक सहायता राशि पहुंचाने का रिकार्ड बनाया है.
बिहार सरकार के सूचना एंव जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ( Neeraj Kumar) ने कहा कि अब तक 2 लाख 84 हजार 674 लोगों ने सहायता राशि प्राप्त करने के लिए आवेदन दिया था. इनमें से एक लाख तीन हजार से ज्यादा लोगों के खातों में सहायता राशि भेजी जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि बाकी खातों और उनकी पात्रता की जांच चल रही है. जैसे ही जांच पूरी हो जायेगी, उनके खातों में सहायता राशि पहुंचा दी जायेगी.
इस संबंध में नीरज कुमार ने ट्विट करते हुए लिखा कि “माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में राज्य के बाहर लॉकडाउन में फंसे बिहार के मजदूर एवं जरूरतमंद व्यक्तियों के लिए सहायता राशि पहुंचाने वाला देश का पहला राज्य बना बिहार।अब तक 2,84,674 आवेदकों में से 1,03,579 लाभुकों को मिला लाभ।जाँचोपरांत शेष लाभुकों को भी शीघ्र मिलेगा”
जन आक्रोश की आशंका खत्म करने के लिए जमात को बनाया बलि का बकरा?
काबिले गौर है कि लाकडाउन के बाद उतपन्न हालात के बाद लाखों कामगारों के रोजगार, व्यापार और दैनिक मजदूरी रुक गये थे. इसके बाद बिहार सरकार ने फैसला लिया कि गरीब परिवार को एक एक हजार रुपये बैंक खातों में जमा कराा जायेगा. सरकार का अनुमान है कि ऐसे लोगों की संख्या राज्य में एक करोड़ 68 लाख है.
सरकार ने लालकार्डधारियों को एक महीने का राशन भी मुफ्त देने का फैसला किया था.
याद रहे कि 24 मार्च की आधी रात से प्रधान मंत्री ने लाकडाउन की घोषणा की थी. यह लाकडाउन 21 दिनों तक यानी 14 अप्रैल तक रहेगा.
विश्व भार कोरोना संक्रमण के कारण अब तक 75 हजार लोगों की जान जा चुकी है जबकि इससे कोई 75 हजार लोग संक्रमिथ हो चुके हैं. अब तक सर्वाधिक मौतें इटली में हुई हैं. वहां 14 हजार लोगों की जान जा चुकी है. भारत में अब तक 137 लोगों की मौत हुई है.