चुनाव प्रचार में नरेंद्र मोदी के नाम के इस्तेमाल पर लोजपा ने भाजपा को घेरा
भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा बार बार यह कहे जाने पर कि किसी भी गैर एनडीए दल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एवं तस्वीरों का इस्तेमाल न किया जाये इसपर लोक जनशक्ति पार्टी ने भाजपा पर पलटवार किया है.
भाजपा नेता एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने एनडीए में सीट शेयरिंग की प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि ज़रुरत पड़ेगी तो हमलोग चुनाव आयोग को लिख कर देंगे कि एनडीए गठबंधन में शामिल दलों के आलावा किसी भी अन्य दल द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। कल फिर से उन्होंने साफ़ किया कि बिहार में लोजपा एनडीए गठबंधन का हिस्सा नहीं है और अगर गैर एनडीए दलों के प्रत्याशी अगर प्रधानमंत्री के नाम और उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसे दलों एवं प्रत्याशियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
लोजपा के एक प्रत्याशी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि कहा कि प्रधानमंत्री तो पुरे देश के हैं. प्रधानमंत्री के नाम एवं तसवीरें के ज़रिये वोट मांगने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता और वे सभी ऐसा ही करेंगे। इसमें कोई कानूनी अड़चन भी नहीं है। प्रधानमंत्री शब्द के उपयोग पर रोक कैसे लगायी जा सकती है!
बागियों ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के नक़्शे कदम पर चलते हुए सपनों का बिहार बनाना चाहते हैं। इसमें गलत क्या है?
भाजपा के पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह जो हाल ही में भाजपा से न मिलने पर लोजपा के टिकट पर बनियापुर से चुनाव लड़ने का ऐलान किया। तारकेश्वर इस बात पर अड़े हैं कि वह अपने प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तस्वीर और नाम दोनों का इस्तेमाल करेंगे।
सुशील मोदी ने कल ट्विटर पर कहा था कि जिन 9 नेताओं ने पार्टी के निर्देशों का उल्लंघन किया था उन्हें पार्टी ने 6 सालों के लिए निष्काषित कर दिया है. बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन के साथी हम और वीआईपी हैं। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि बिहार में भाजपा-जदयू का गठबंधन 22 सालों से अटूट है.