लोकसभा चुनाव से पहले राजद में शुरू हुई पदाधिकारियों की छंटनी
लोकसभा चुनाव से पहले राजद में शुरू हुई पदाधिकारियों की छंटनी। निष्क्रिय पदाधिकारी हटाए जा रहे। सक्रिय नेताओं को मिल रहा स्थान। दो नए महसचिव बनाए।
श्यामनंदन पासवान को महासचिव बनाए जाने के बाद इस आशय का पत्र सौंपते राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह
लोकसभा चुनाव से पहले राजद ने संगठन को मजबूत करने के लिए छंटनी अभियान शुरू कर दिया है। जो नेता पदाधिकारी बनने के बाद सक्रिय नहीं रहे, उन्हें पदमुक्त किया जा रहा है। खाली होने वाले स्थान पर चुन-चुन कर सक्रिय नेताओं को नया पदाथिकारी बनाया जा रहा है।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की सहमति के बाद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शनिवार को बेऊर, पटना निवासी श्यामनंदन पासवान को प्रदेश महासचिव मनोनीत किया है। इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार को ग्राम-तेलघी, थाना-खरीक, भागलपुर निवासी अरुण कुमार यादव प्रदेश महासचिव मनोनीत किया था।
राजद सूत्रों ने बताया कि वैसे नेताओं को पदमुक्त किया जा रहा है, जिन्होंने पार्टी पदाधिकारी बनने के बाद लेटरपैड छपवाने तथा गाड़ी में नेमप्लेट लगाने के सिवा कोई काम नहीं किया। ऐसे नेताओं को हटाकर उनकी जगह सक्रिय नेताओं को पार्टी पदाधिकारी बनाया जा रहा है। इसी के तहत दो महासचिवों को पदमुक्त करने के बाद उनकी जगह दो नए पदाधिकारी बनाए गए हैं।
राजद की यह कार्रवाई लोकसभा चुनाव के मद्देनजर की जा रही है। पार्टी में लोकसभा चुनाव की तैयारी कई स्तरों पर की जा रही है। उसी में एक प्रमुख पहलू संगठन को मजबूत करना है। राजद धनबल में भाजपा का मुकाबला नहीं कर सकता। इसीलिए राजद का जोर संगठन को दुरुस्त करने पर है। लोकसभा चुनाव के लिए इसी महीने या अगले महीने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा शुरू कर सकते हैं।
पार्टी नेता जाति गणना से उत्साहित हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जाति गणना कराने की घोषणा की है। ऐसी ही घोषणा कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में की है। इस तरह बिहार का जाति सर्वे देश का नया एजेंडा बन गया है। भाजपा इस मुद्दे पर संकट में है। वह अभी तक इसका काट नहीं खोज पाई है। इधर राजद और इंडिया गठबंधन के नेता भाजपा को पिछड़ा विरोधी साबित करने का अभियान छेड़ चुके हैं।
बिहार के तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी जाति गणना, प्रियंका का एलान