महाराष्ट्र बंद, कर्नाटक में मौन सत्याग्रह, मंत्री का इस्तीफा कब?

लखीमपुर में किसानों का बर्बर हत्या के बाद केंद्रीय मंत्री टेनी के इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही है। महाराष्ट्र बंद रहा, कर्नाटक, त्रिपुरा में मौन सत्याग्रह।

प्रधानमंत्री मोदी अपनी जिद पर हैं। विपक्ष के बार-बार मांग करने के बावजूद न तो वे लखीमपुर में मारे गए किसानों के प्रति सहानुभूति के दो शब्द कह रहे हैं और न ही अपने मंत्रिमंडल सहयोगी गृह राजय मंत्री अजय मिश्र टेनी को पद से हटा रहे हैं। अब पहली बार लखीमपुर में किसानों की हत्या महाराष्ट्र और दक्षिण के राज्यों में बड़ा मुद्दा बन गया है। आज महाराष्ट्र बंद का व्यापक असर देखा गया। कर्नाटक और त्रिपुरा में भारी संख्या में लोगों ने मौन सत्याग्रह में हिस्सा लिया।

आज महाराष्ट्र बंद का आह्वान सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल दलों शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से किया था। बंद का महानदर मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में व्यापक असर देखने को मिला। मुंबई में सड़कें वीरान दिखीं। तीनों दलों ने लखीमपुर में किसानों की हत्या के खिलाफ जारी आंदोलन में एकजुटता दिखाने और मंत्री के इस्तीफे की मांग पर दबाव बढ़ाने के लिए बंद का आयोजन किया है। यूपी के किसानों के पक्ष में महाराष्ट्र बंद ने कई लोगों को चौंकाया है। यह याद करना मुश्किल है कि पिछली दफा कब यूपी में अत्याचार के खिलाफ महाराष्ट्र बंद रहा। इस बंद ने केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे के लिए मोदी सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।

उधर, कर्नाटक, त्रिपुरा सहित कई प्रदेशों में आज कांग्रेस ने लखीमपुर नरसंहार के खिलाफ मौन सत्याग्रह किया। बेंगलुरु और अगरतला में बड़ी संख्या में लोगों ने मौन सत्याग्रह में हिस्सा लिया।

देश में पहली बार गृह राज्य मंत्री का बेटा गिरफ्तार हुआ है। लोग पूछ रहे हैं कि जिसके अधीन पुलिस प्रसासन है, उसके खिलाफ और उसके बेटे के खिलाफ जांच में पुलिस निष्पक्ष कैसे रह सकती है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी जल्दी अपने मंत्री को नहीं हटाते, तो यह मुद्दा और भी गहराएगा।

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