महिला आरक्षण : लोकसभा में गरजे ललन, सीधे PM पर हमला
महिला आरक्षण : लोकसभा में गरजे ललन, सीधे PM पर हमला। भाजपा को पिछड़ा विरोधी कहा। 2014 में युवकों को ठगा, अब महिलाओं को ठगने की कोशिश।
महिला आरक्षण पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बुधवार को लोकसभा में खूब गरजे। सीधे प्रधानमंत्री मोदी पर देश के नौजवानों को धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि अब महिलाओं को ठगने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री की मंशा पर सवाल उठाया और कहा कि अगर इन्हें महिला आरक्षण देना होता, तो 2022 में ही जनगणना करा लेते। लेकिन इनकी मंशा महिला आरक्षण देने की नहीं है। इसीलिए एक ऐसा क्लाज लगा दिया कि परिसमीन के बाद आरक्षण मिलेगा। परिसीमन जनगणना के बाद होगा।
ललन सिंह ने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया और फिर जम कर मोदी सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा कि हिम्मत है तो अभी जाति गणना कराने की घोषणा करें, लेकिन ये नहीं करेंगे। बिहार ने जब जाति गणना का निर्णय लिया, तो इन्होंने उसे रोकने का कई प्रयास किया। सॉलिसिटर जनरल को भेज कर जाति गणना का विरोध कराया।
ललन सिंह के भाषण के बीच में भाजपा सदस्य ने टोका-टोकी की तो ललन सिंह ने कहा कि ये क्या बात करेंगे। हमने बिहार में 2005 में ही अतिपिछड़ों को आरक्षण दिया। पंचायती राज में एकल पदों पर भी आरक्षण दिया। नौकरियों में महिलाओं को 35 फीसदी आरक्षण दिया। ये भाजपा वाले क्या बात करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा पिछड़ा-दलित विरोधी है। ये लोग दलित-पिछड़ों का आरक्षण खत्म कर देना चाहते हैं। इनको जो गाइड करने वाले हैं, उन्होंने 2015 में कहा कि आरक्षण पर फिर से विचार होना चाहिए। उन्होंने पूछा कि ये कौन होते हैं विचार करने वाले। आरक्षण आपने दान में नहीं दिया है। यह पिछड़ों-दलितों को संविधान ने दिया है।
लोकसभा की चर्चा में कांग्रेस की सोनिया गांधी ने महिला आऱक्षण बिल का समर्थन करते हुए देशभर में जाति जनगणना कराने की मांग की। उन्होंने याद दिया कि महिला आरक्षण लागू करने की पहल उनके जीवनसाथी राजीव गांधी ने किया था। उन्होंने ने ही सबसे पहले पंचायती व्यवस्था में महिलाओंं को 33 फीसदी आरक्षण दिया।
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