महिला पहलवानों के बीच सुबह प्रियंका, शाम को पहुंचे केजरीवाल

महिला पहलवानों के बीच सुबह प्रियंका, शाम को पहुंचे केजरीवाल

महिला पहलवानों के संघर्ष से बुरी तरह फंसी भाजपा। खिलाड़ियों को समर्थन देने सुबह प्रियंका गांधी पहुंचीं, तो शाम को पहुंचे केजरीवाल। देशभर से जुट रहे खिलाड़ी।

दिल्ली में जंतर-मंतर पर लगतार धरना दे रही महिला पहलवानों के समर्थन में सुबह कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पहुंचीं। उन्होंने भाजपा सांसद बृज भूषण सिंह को तमाम पदों से पटाने की मांग की। शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी समर्थन देने पहुंचे। इस बीच शुक्रवार को दिन भर विभिन्न खेलों के बड़े खिलाड़ी जंतर-मंतर पहुंचते रहे।

सवाल है कि सबसे बड़े लोकतंत्र का दावा अब कैसे करेगा भारत? अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में तिरंगा लहराने वाले बेटियों का यौन शोषण होता है और एक एफआईआर कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ता है। इससे एक बहुत बुरा संदेश यह गया कि जो बेटी यौन शोषण के खिलाफ बोलेगी, उसे सुप्रीम कोर्ट तक जाना होगा। खासकर जब आरोप भाजपा के किसी बड़े नेता पर हो। इस प्रकार भला कितनी बेटियां सुप्रीम कोर्ट जा सकेंगी।

इस बीच महिला पहलवानों के आंदोलन को बदनाम करने के लिए कुछ खिलाड़ियों को ही सामने लाया जा रहा है। कल पीटी उषा ने कहा था कि महिला पहलवानों के आंदोलन के कारण देश की छवि खराब हो रही है। उनके इस बयान पर समाज के हर वर्ग के लोगों ने पीटी उषा की क्लास लगा दी। वे भारतीय ओलिंप संघ की अध्यक्ष और राज्य सभा की मनोनीत सदस्य हैं। उन्हें लोगों ने याद दिलाया कि कुछ वर्ष पहले खुद का अपमान होने पर वे मीडिया के कैमरे के सामने रो चुकी हैं। आज भारतीय महिला पहलवान जंतर-मंतर पर रो रही हैं, तो उनकी संवेदना क्यों मर गई।

सुबह महिला खिलाड़ियों से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा-ये खिलाड़ी हमारा मान हैं। ये कड़ी मेहनत और संघर्ष करके देश के लिए मेडल जीतती हैं। इनका शोषण, इनका अपमान.. देश की हर एक महिला का अपमान है। इनको न्याय मिले – पूरा देश ये चाहता है। केजरीवाल ने कहा कि महिला खिलाड़ियों के समर्थन में ऑफिस और काम से छुट्टी लेकर लोग आएं। इन खिलाड़ियों को एक आफआईआर के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा, यह देश के लिए शर्म की बात है।

इस बीच महिला पहलवानों ने फिर कहा कि जब तक बृज भूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है, उनका आंदोलन जारी रहेगा। उधर बृज भूषण ने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। महिला खिलाड़ियों के आंदोलन से बाजपा बुरी तरह फंस गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने मेडल लाने पर इन्ही खिलाड़ियों के साथ फोटो खिंचवाया था, आज यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर मामले पर चुप हैं। आंदोलन लंबा खिंचा , तो भाजपा को बारी नुकसान हो सकता है। वैसे बी बेटी बचाओ नारे की हवा निकल गई है।

सासाराम में दंगा भड़काने के आरोप में BJP के पूर्व MLA गिरफ्तार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*