माहौल गरमाया, उपेंद्र कुशवाहा ने हजारों नेताओं को क्यों दिलाई शपथ
जदयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने आज वैशाली के अशोक स्तंभ पर पूरे बिहार से आए कुशवाहा समाज के हजारों नेताओं-कार्यकर्ताओं को दिलाई शपथ, आखिर क्यों?
आज बिहार की राजनीति गरमा गई। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने वैशाली के अशोक स्तंभ पर पूरे बिहार से जुटे कुशवाहा समाज के पांच हजार से ज्यादा नेताओं-कार्यकर्ताओं को शपथ दिलाई। बिहार में अपने तरह का यह पहला शपथ समारोह था, जिसमें बिहार के कुशवाहा समाज के राज्यभर के प्रमुख लोग शामिल थे। उपेंद्र कुशवाहा ने शपथ दिलाई कि सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से करनेवाले भाजपा नेता दया प्रकाश सिन्हा पर देशद्रोह का मुकदमा दायर होने तक संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने यह भी शपथ दिलाई कि दया प्रकाश का पद्म पुरस्कार वापस कराने तक आंदोलन करेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा ने शपथ दिलाने से पहले सम्राट अशोक के बारे में कहा कि वे भारत के गौरव हैं। उनके बिना भारत का इतिहास पूरा नहीं होता। उनका अपमान समाज कभी बरदाश्त नहीं करेगा। इसके बाद उन्होंने शपथ दिलाई। शपथ दिलाते ही माहौल में जोश और आंदोलन का जज्बा फैल गया। इसके बाद हजारों की संख्या में गाड़ियों का काफिला लालगंज, जंदाहा होते पटना के लिए रवाना हुआ।
कार्यक्रम का आयोजन महात्मा फुले समता परिषद के बैनर तले हो रहा है। जदयू के पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा ने कहा कि सम्राट अशोक शौर्य यात्रा पटना के कुम्हरार तक जाएगी। उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक का अपमान भारत के इतिहास से समतावादी विचारों को खत्म करने की साजिश है।
वैशाली से पटना के कुम्हरार तक हो रही इस यात्रा में बिहार के कुशवाहा समाज के सभी प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हैं। इसमें मधेपुरा-सहरसा से लेकर चंपारण तक और भागलपुर से भोजपुर-कैमूर तक के नेता-कार्यकर्ता शामिल हैं। यात्रा में जदयू के महासचिव रामपुकार सिन्हा, भोजपुर के पूर्व विधायक प्रभुनाथ राम, गया के राम कुमार मेहता भी शामिल हैं।
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