उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में तब अजीब स्थिति पैदा हो गई, जब सैकड़ों लोगों ने मैं जिंदा हूं नारे के साथ जिलाधिकारी कार्यालय के सामने जम कर प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि वे जिंदा हैं, लेकिन उन्हें मृत बता कर वोटर लिस्ट से उनके नाम काट दिए गए हैं। प्रदर्शन का नेतृत्व समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता कर रहे थे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रदर्शन का वीडियो शेयर करते हुए चुनाव आयोग से तुरत मामले का संज्ञान लेने की अपील की है।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं भी शामिल थीं। उनके नाम भी मतदाता सूची से काट दिए गए हैं। इसके साथ ही मतदाता सूची में अन्य तरह की गड़बडियां भी हैं, जिनकी लोग शिकायत कर रहे थे। सपा ने कहा कि इस तरह की हरकत जानबूझ कर की गई है, ताकि खास वर्ग को संवैधानिक अधिकार से वंचित किया जा सके। कई जीवित महिलाओं के नाम भी मृत बता कर काट दिए हैं। याद रहे प्रदेश में 10 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होना है। उससे पहले मतादाता सूची में सुधार के नाम पर इस तरह का संविधान विरोधी कार्य किया जा रहा है।
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- उप्र की 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में अपनी संभावित हार से बचने के लिए भाजपा एक तरफ़ मनचाहे तबादले करवा रही है, तो दूसरी तरफ़ जायज़ मतदाताओं के नाम कटवा रही है। चुनाव आयोग तत्काल इसका संज्ञान ले। साज़िशें हार की निशानी होती हैं। लोकसभा चुनाव के समय भी मृत बता कर नाम काटे जाने की शिकायत बड़ी संख्या में आई थी, लेकिन चुनाव आयोग ने स्थिति को सुधारने की दिशा में लगता है गंभीर नहीं है।
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