मैनपुरी में भी BJP को झटका, डिंपल ने तोड़ दिया ससुर का रिकॉर्ड
दिल्ली एमसीडी, हिमाचल के बाद उत्तर प्रदेश में भी भाजपा का हिंदुत्व कार्ड नहीं चला। यूपी के मैनपुरी में डिंपल यादव ने ने तोड़ दिया ससुर का रिकॉर्ड।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने अपने ससुर मुलायम सिंह यादव का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मुलायम सिंह यादव इस सीट से 2019 में 94,389 वोट से चुनाव जीते थे। तीन साल बाद इसी सीट पर सपा की डिंपल यादव खबर लिखे जाने तक एक लाख 70 हजार वोट से आगे हैं। हर राउंड में उनके आगे रहने का अंतर बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही मैनपुरी में हिंदुत्व का झंडा लहराने का सपना टूट गया। यहां समाजवादी नया रिकॉर्ड बनाते हुए जीत रहे हैं। यूपी की खतौली विधानसभा क्षेत्र में भी सपा प्रत्याशी लगभग दस हजार वोट से आगे चल रहे हैं और उनकी जीत भी लगऊग तय है।
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा सीट सपा का गढ़ रहा है। भाजपा को उम्मीद थी कि वह इस गढ़ को छीन लेगा, इसलिए उसने पूरी ताकत झोंक दी थी। इसके बावजूद मैनपुरी की जनता ने अखिलेश यादव और सपा में विश्वास जताया। अगर मैनपुरी भाजपा जीत लेती, तो यूपी की राजनीति में इसका क्या असर होता, कल्पना की जा सकती है। लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने भी इस चुनाव को हल्के में नहीं लिया बल्कि गंभीरता से हर मुद्दे उठाते रहे, जो जनता के वास्तविक मुद्दे हैं।
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र के उप चुनाव के बाद राज्य में सपा और अन्य विपक्षी दलों का हौसला बढ़ेगा और माना जा रहा है कि 2024 से पहले राजनीतिक संघर्ष तेज होगा। सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव और सपा समर्थक उत्साह से भरे दिख रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी के मतदाताओं को धन्यवाद दिया है। सपा समर्थक कह रहे हैं कि जनता के मुद्दों पर संघर्ष तेज होगा। जनता ने हिंदू-मुस्लिम की राजनीति को समझ लिया है। अब वे अपने मुद्दों पर राजनीति करना चाहते हैं।
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