अब ममता और वकील प्रशांत भूषण भी आये उमर खालिद के बचाव में
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र नेता उमर खालिद को फरवरी में दिल्ली दंगो के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी सरकार की आलोचना की, उन्होंने कहा कि सरकार अपने विरोधियों को निशाना बना रही है.
बता दें की उमर खालिद को 13 सितम्बर (रविवार) को दिल्ली दंगों के आरोप में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था. उनके पिता डॉ सैय्यद क़ासिम रसूल इलियास (Dr SQR Ilyas) ने कहा था कि उमर को दिल्ली दंगो में फसाया जा रहा है. इस से कुछ दिनों पहले उन्होंने केंद्र में मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा था कि दो प्रकार के कानून का पालन किया जा रहा है – एक सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों के लिए और दूसरा आम लोगों के लिए जिनके खिलाफ “साक्ष्य निर्मित किए जा रहे थे”। उन्होंने कहा, “हमारी आंखों के सामने पिछले छह महीनों के इतिहास को फिर से लिखने और इसे एक आधिकारिक मुहर देने का प्रयास है।”
उमर खालिद पर आधी रात को ट्विटर में क्यों मचा कोहराम ?
सुप्रीम कोर्ट के विख्यात वकील प्रशांत भूषण ने भाजपा के ऊपर आरोप लगते हुए कहा कि “हम हिंसा का जवाब हिंसा से नहीं देंगे। अगर वह दंगा करआएंगे तो हम झंडा लहराएंगे।अगर वह गोली चलाएंगे तो हम संविधान को हाथ में उठाएंगे”। यह है उमर खालिद, जिसको दिल्ली दंगा करवाने के लिए गिरफ्तार किया है। कपिल मिश्रा जैसे लोग जिन्होंने साफ-साफ दंगा भड़काया उनको नहीं”।
ये भी जान लें कि मशहूर पूर्व आईपीएस जूलियो रिबेरो के बाद आठ पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारीयों ने देश की राजधानी में हुई हिंसा की दिल्ली पुलिस की जांच पर गंभीर सवाल उठाये हैं। उन्होंने स्टेटमेंट में कहा कि “इस तरह की जाँच से लोगों को लोकतंत्र, न्याय, निष्पक्षता और संविधान में विश्वास खोना पड़ेगा”। जूलिओ रिबेरो ने लिखा था कि दिल्ली पुलिस हिंसा के निर्माण में भड़काऊ, सांप्रदायिक सार्वजनिक भाषण देने वाले वरिष्ठ भाजपा नेताओं की अनदेखी करते हुए “शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों” के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। “सच्चे देशभक्त” आपराधिक मामलों में उलझ रहे हैं”.