बिहार वैश्य सभा के प्रधान महासचिव एवं अखिल भारतीय अतिपिछड़ा संघर्ष मोर्चा के प्रदेश संयोजक राजन गुप्ता ने प्रेस बयान जारी कर कहा है की सम्पूर्ण बिहार के चालीस सीटों में से किसी भी दल अथवा गठबंधन ने एक भी तेली समाज के नेता को उम्मीदवार नहीं बनाया है। यहाँ तक की करीब बीस फीसदी आबादी वाले वैश्य समाज को भी इंडिया गठबंधन या भाजपा गठबंधन ने महज एक दो सीट देकर खनापूर्ति करने का काम किया है। ऐसे में सम्पूर्ण बिहार का तेली समाज और वैश्य -अतिपिछड़ा वर्ग काँग्रेस नेतृत्व से मांग करता है की कांग्रेस में दो दशक से पटना सहित बिहार भर में सक्रिय बिहार युवा कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश युवाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय अतिपिछड़ा संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक मंजीत आनन्द साहू को पटना साहिब लोकसभा से उम्मीदवार बनाने पर पुनर्विचार करे । श्री गुप्ता ने कहा की पटना साहिब लोकसभा में सर्वाधिक मतदाता साहू, वैश्य -अतिपिछड़ें वर्ग का है। इण्डिया गठबंधन ने पहले से ही सात कुशवाहा को उम्मीदवार बना चुकी है। यहाँ से अभी घोषित उम्मीदवार भी कुशवाहा बनकर चुनाव लड़ना चाहते हैं। कॉंग्रेस ने झारखंड की गोड्डा सीट, यूपी की सीतापुर सीट सहित कई राज्यों मे सामाजिक व राजनीतिक समीकरणों के मद्देनजर उम्मीदवारों की सूची में संशोधन किया है। उसी प्रकार बिहार में भी ऐसा किया जाना काँग्रेस के हित मे होगा ।
श्री गुप्ता ने कहा की कांग्रेस अगर ऐसा करती है तो न केवल पटना साहिब में जीत सुनिश्चित हो सकती है बल्कि काँग्रेस को उनकी सभी नौ सीटों सहित इंडिया गठबंधन को बिहार झारखंड की सभी सीटों पर इसका फ़ायदा होगा । कांग्रेस पैराशूट कैंडिडेट जिनकी कोई खुद की पहचान नहीं है ऐसे नेता पुत्रों को टिकट देकर अपना भारी नुकसान करने से बचे ।
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यहां चुनाव सातवें चरण में है, ऐसे में कांग्रेस अपने निर्णय को सही करके पटना साहिब में अपनी जीत सुनिश्चित कर सकती है। उन्होंने कहा की कांग्रेस ऐसा नहीं करती है तो उनकी हार निश्चित है। बिहार वैश्य सभा अपने संगठन के जरिए पूरे बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रेस कांफ्रेंस करके इस मांग को और तेजी से रखने का काम करने जा रहा है। उल्लेखनीय है कि साहू समाज, वैश्य समाज, ब्राह्मण महासभा, अखिल भारतीय अतिपिछड़ा संघर्ष मोर्चा सहित कई सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों ने मंजीत आनन्द साहू को उम्मीद्ववार बनाने की मांग लगातार कर रहे हैं।