बिहार प्रदेश कांग्रेस नेत्री तथा बाबु धाम ट्रस्ट की अध्यक्षा मंजूबाला पाठक ने संवाददाताओं से बताया कि गरीब, दलित और कमजोर तबके के विरोधी डबल इंजन की सरकार बिहार में गरीबों, दलितों और कमजोर तबकों की हितैषी नहीं है।
बिजली उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगने से एक तो बिजली का बिल ज्यादा आ रहा है तो दूसरा उस बिल में अनियमितता और गड़बड़ी है। जिनकी आमदनी कम है अथवा जो दिहाड़ी मजदूर हैं उनके घर भी स्मार्ट मीटर लगा दिया गया। एक तो पहले रिचार्ज करो उसके बाद उस रिचार्ज में से भी स्मार्ट मीटर बिजली कटौती कर रहा है।
गरीब लोग परेशान हैं। अचानक उनके घर की बिजली कट जा रही है और कई दिनों तक उनको बिना बिजली का रहना पड़ता है। उक्त संबंध में कांग्रेस नेत्री ने कहा कि उनकी लड़ाई गरीबों, दिहाड़ी मजदूरों, रिक्शावालों, ठेला वालों और दलितों के लिए जारी रहेगी।
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ज्ञात हो कि मंजुबाला पाठक जी ने बिजली स्मार्ट मीटर की समस्याओं, उनका समाधान और गरीबों की व्यथा को लेकर बिहार सरकार को कई दफा पत्र लिख चुकी हैं। उन्होंने मिडिया के माध्यम से सरकार से मांग की है कि सरकार एक निश्चित सीमा तक गरीबों की बिजली यूनिट फ्री करे। स्मार्ट मीटर में बिजली बिल में आनेवाली अनियमितता की जांच कर कारवाई करें। यह सर्वविदीत है कि मंजूबाला पाठक शुरू से ही अपने बाबु धाम ट्रस्ट के माध्यम से पिछले डेढ़ दशकों से अधिक समय से चंपारण के गरीबों , शोषितों और जरूरतमंदों के लिए आवाज उठाते रहीं है और उनकी सेवा करते आ रही हैं।