राष्ट्रीय जनता दल ने चुनाव आयोग से बिहार में पांचवें चरण के मतदान के दौरान कल मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में एक होटल से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) बरामद किए जाने के मामले की जांच कराए जाने की मांग की है।
राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद मनोज झा के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिलकर इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा। श्री झा ने कहा कि मुजफ्फरपुर के एक होटल से पांचवें चरण के मतदान के दौरान ईवीएम बरामद होना एक गंभीर मामला है, जो निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़े करता है।
सांसद ने कहा कि ईवीएम बरामदगी से अब यह आशंका उत्पन्न हो गई है कि पिछले पांच चरण के मतदान के दौरान अन्य क्षेत्रों में भी मतदान प्रभावित करने के लिए इस तरह की घटनाएं हुई, जिसकी सूचना आयोग के समक्ष नहीं मिल सकी।
झा ने चुनाव आयोग से मांग की है कि इस तरह की घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। उन्होंने मतदान के बाद वज्रगृह (स्ट्रॉन्ग रूम) में रखें ईवीएम के लिए कड़ी सुरक्षा उपाय किए जाने की भी मांग की।
सांसद ने पांचवें चरण मतदान के दौरान अन्य पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति-जनजाति और अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में धीमी गति से मतदान कराए जाने का मामला भी आयोग के संज्ञान में लाया तथा शेष दो चरण के लिए मतदान के दौरान इस तरह घटना को रोकने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए जाने की भी मांग की।
उल्लेखनीय है कि कल पांचवें चरण का मतदान समाप्ति के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एच. आर. श्रीनिवास ने बताया था कि मुजफ्फरपुर संसदीय क्षेत्र के छोटी कल्याणी चौक के मतदान केन्द्र संख्या 108 के निकट विवाह समारोह स्थल के पास पुलिसकर्मी के साथ सेक्टर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह एक कंट्रोल इकाई, दो बैलेट इकाई और दो वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) के साथ खड़े थे जिसे देखकर ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना मिलने के बाद जब मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी को भेजा गया तब सेक्टर मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार ने बताया कि उनकी गाड़ी का चालक मतदान करने के नाम पर उन्हें बीच रास्ते में ही छोड़कर भाग गया। वह उसका इंतजार कर रहे थे।