मंत्री का इस्तीफा, विकेट गिराने से पहले ही भाजपा हुई नो बॉल
राजद के एमएलसी कार्तिकेय सिंह ने कल रात में ही मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। आज उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई। विकेट गिराने से पहले ही भाजपा हुई नो बॉल।
कुमार अनिल
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार पर बड़े हमले की तैयारी में जुटी भाजपा को धक्का लगा है। राजद के कार्तिकेय सिंह कल दिन तक गन्ना मंत्री थे। उनकी जमानत याचिका पर आज गुरुवार को सुनवाई होनी थी। इससे पहले ही बुधवार की रात को कार्तिकेय सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। आज दानापुर की अदालत ने उनकी जमानत खारिज कर दी। अगर वे मंत्री पद पर रहते, तो भाजपा को बड़ा मुद्दा मिल जाता, लेकिन कल रात में ही मंत्री पद से इस्तीफा दे देने के कारण अब वे साधारण एमएलसी हैं। अनेक एमएलए-एमएलसी जेल जाते हैं, अब वे भी जेल जा सकते हैं।
अगर कार्तिकेय सिंह ने इस्तीफा नहीं दिया रहता, तो जमानत खारिज होने के बाद भाजपा को बड़ा मौका मिलता और तब वह कह सकती थी कि उसने एक विकेट गिरा दिया। लेकिन पहले ही इस्तीफा लेने से महागठबंधन सरकार पर अब ऐसा कोई दबाव नहीं रहा।
पहले ही इस्तीफा लेने से भाजपा हाथ मलती रह गई। भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी की बयानबाजी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मंत्री का इस्तीफा पहले ही हो चुका है। सुशील मोदी को BJP ने इज्जत ही नहीं दिया। अब बयान देकर इज्जत पाने की कोशिश में हैं। मुख्यमंत्री के बयान से स्पष्ट है कि भाजपा की गेंद नो बॉल हो गई है।
इधर, राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि भाजपा किस मुंह से शुचिता और नैतिकता की बात करती है। यूपी के कैबिनेट मंत्री गैंगवार और ट्रिपल मर्डर में आरोपित हैं। वे तो अपने खिलाफ फैसले का कोर्ट का आदेश ही ले भागे। पिर जब मीडिया में शोर हुआ, तो बाद में सरेंडर किया। इस बीच कार्तिकेय सिंह ने कहा कि वे भूमिहार हैं और राजद में हैं, इसलिए भाजपा उन्हें देखना नहीं चाहती।
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