मंत्री तेजप्रताप को UP में किया अपमानित, सामान बाहर किया

मंत्री तेजप्रताप को UP में किया अपमानित, सामान बाहर किया

मंत्री तेज प्रताप यादव का सामान वाराणसी के होटल वाले ने बाहर किया। सामान बाहर करने से पहले सूचना भी न दी। सुशील मोदी ने मंत्री पर ही मढ़े कई आरोप।

बिहार सरकार के मंत्री तेज प्रताप यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्षेत्र वाराणसी में अपमानित होना पड़ा। वे एक होटल में ठहरे थे। रात एक बजे, जब वे अपने कमरे पर पहुंचे, तो देखा, उनका सारा सामान कमरे से बाहर किया हुआ था। उन्होंने पुलिस में लिखित शिकायत की है।

सोचिए अगर भाजपा शासित राज्य के किसी मंत्री का सामान बिहार के किसी होटल से बाहर फेंक दिया जाए, तो भाजपा नेता कैसा तूफान खड़ा कर देते। मीडिया दिन-रात शोर मचाता और जंगल राज का उदाहरण बताता। इसके विपरीत भाजपा सांसद सुशील मोदी ने उल्टा मंत्री ही पर ही कई आरोप लगाए। नीचे देखिए उनके ट्वीट।

वन एवं पर्यावरण मंत्री तेज प्रताप यादव वाराणसी के कैंट इलाके के एक होटल में ठहरे थे। बगल के कमरे में उनके सुरक्षा कर्मी भी ठहरे थे। देर रात जब वे होटल के कमरे में पहुंचे, तो देखा कि उनका सारा सामान कमरे से बाहर कर दिया गया। सुरक्षा कर्मियों के सामान भी कमरे से बाहर कर दिए गए थे। सबसे बड़ी बात कि कमरे से सामान बाहर करने से पहले मंत्री से कोई बात भी नहीं की गई। उन्हें सूचना तक देना जरूरी नहीं समझा गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार होटल प्रबंधन का कहना था कि रात 12 बजे से कमरा किसी अन्य के नाम से बुक था। यह भी जांच का विषय है कि अमूमन कमरे की बुकिंग सुबह आठ बजे या उसके बाद से होती है। अगर कमरा दूसरे के नाम से बुक था, तब भी मंत्री को फोन करके सूचना देना लाजिमी था। कई लोगों ने लिखा है कि होटल प्रबंधन ने सामान्य प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया।

भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी सीधे होटल वाले के बचाव में उतर आए। उन्होंने ट्वीट किया-उन्होंने कहा कि होटल प्रबंधन के अनुसार तेज प्रताप यादव ने तय समय पर कमरा खाली नहीं किया और वाजिब बिल का भुगतान भी नहीं किया। यही नहीं भाजपा सांसद ने मंत्री तेज प्रताप पर होटल प्रबंधन से रंगदारी करने तक का आरोप लगाया। उन्होंने बिहार के मंत्री के साथ दुर्व्यहार की आलोचना करने के बदले मंत्री पर ही बिहार की छवि खराब करने का आरोप भी लगाया।

बिहार में 14 जिलों के DM बदले, कई IPS का भी हुआ तबादला

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*