मैरी कॉम ने जिस निकहत से हाथ नहीं मिलाया, वह बनी वर्ल्ड चैंपियन
2019 में विश्व चैंपियन मैरी कॉम ने निकहत जरीन से मुकाबले में जीत के बाद हाथ मिलाने से इंकार कर दिया था। वही बनीं वर्ल्ड चैंपियन। देश का सिर ऊंचा किया।
हैदराबाद की सानिया मिर्जा, साइना नेहवाल के बाद अब निकहत जरीन ने देश का सिर उंचा किया है। उन्होंने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला जीत लिया है। उन्हें गोल्ड मेडल मिलने के साथ ही वह दुनिया की नंबर वन महिला बॉक्सर बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर हर दल के नेता, खेल संगठन, सामाजिक संगठन, लेखक-कलाकार और हर वर्ग के लोग मिकहत को बधाई दे रहे हैं। सभी कह रहे हैं कि निकहत ने देश का सिर ऊंचा किया।
यह वही निकहत जरीन हैं, जिनसे कभी महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियन मैरी कॉम ने हाथ मिलाने से इंकार कर दिया था। बात 2019 की है। तब विश्व स्तरीय मुकाबले के क्वालिफाइंग मैच में मैरी कॉम और निकहत के बीच मुकाबला हुआ था। मुकाबला मैरी कॉम ने जीता। यह खेल परंपरा रही है कि मुकाबले के बाद रिंग में भिड़नेवाले खिलाड़ी एक दूसरे से हाथ मिलाते हैं। लेकिन मैरी कॉम ने जीत के बाद निकहत से हाथ मिलाने से इंकार कर दिया था। निकहत गले लगना चाहती थीं, लेकिन इसके लिए भी मैरी कॉम ने कोई रिस्पांस नहीं किया था। बाद में यह मीडिया ने मैरी कॉम से सवाल किया, तो कॉम ने कहा कि पहले निकहत दूसरों का इज्जत करना सीखे।
Mary Kom on not shaking hands with Nikhat Zareen after the bout: Why should I shake hands with her? If she want others to respect her then she should first respect others. I don't like people with such nature.Just prove your point inside the ring,not outside. https://t.co/TERXuRECMh pic.twitter.com/vwqSvSmgN3
— ANI (@ANI) December 28, 2019
निकहत ने मैरी कॉम पर मुकाबले के दैरान अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने तब के केंद्रीय खेल मंत्री से भी शिकायत की थी। खैर अब निकहत विश्व चैंपियन हैं। उन्होंने इतिहास रचते हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप (World Boxing Championship) में गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने 52 किग्रा. कैटेगरी में थाईलैंड की जिटपॉन्ग जुटामस (Jitpong Jutamas) को 5-0 से करारी शिकस्त दी।
27 महीने बाद आजम रिहा, सपा ही नहीं, कांग्रेस ने भी किया स्वागत