मतदाता सूची को पूरी तरह से त्रुटिहीन बनाने के लिए मतदाता जांच कार्यक्रम रविवार से शुरू किया गया, जो 15 अक्टूबर तक चलेगा। चुनाव आयोग द्वारा इस अभियान के तहत देशभर के दस लाख मतदान केंद्रों पर यह कार्यक्रम जारी रहेगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने राजधानी में चुनाव आयोग स्थित मुख्यालय में राष्ट्रीय मतदान सेवा पोर्टल और वोटर हेल्पलाइन एप का उद्घाटन कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की।
श्री अरोड़ा ने कहा, “मतदान सूची वो बुनियादी जिस पर आयोग का ढांचा खड़ा है। मैं सभी नागरिकों से अपील करता हूं की वह भविष्य में होने वाले चुनाव को देखते हुए मतदाता सूची में अपने नाम की जांच करवा ले ताकि बेहतर मतदान सेवा उन्हें प्राप्त हो सके।
चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने भी कहा कि यह मतदाताओं के लिए महत्वपूर्ण अवसर है ताकि वह इस अभियान में शामिल होकर अपने नाम पते आदि की जाँच कर ले। उन्होंने कहा कि मतदाताओं की भागीदारी से ही मतदाता सूची को त्रुटिहीन बनाया जा सकता है।
इस कार्यक्रम के तहत 32 मुख्य चुनाव अधिकारी 700 जिला चुनाव अधिकारी और प्रखंड ब्लॉक स्तर अधिकारी इस कार्यक्रम को संचालित कर रहे है। कोई भी मतदाता इस पोर्टल या हेल्पलाइन एप के जरिये अपने नाम पते की सत्यता की जांच कर सकता है और आधार कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट, बैंक पासबुक, पैन कार्ड सरकारी एवं असरकारी कार्यालयों के पहचान पत्र और स्मार्ट कार्ड तथा बिजली, पानी टेलीफोन, गैस के न्यूनतम बिल से अपने प्रमाण की जांच कर सकता है।
वह अपना पता बदलने तथा परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी देने का भी काम कर सकता है। इसके अलावा जिन व्यक्तियों के नाम मतदाता सूची में नहीं है उनका नाम भी भी शामिल किया जा सकता है। इस जांच कार्यक्रम से मतदाता को अपने वोटर पर्ची, मतदान तिथि और एपिक स्टेटस की जानकारी उसे पंजीकरण ईमेल और मोबाईल नंबर पर भी मिल सकती है।