योगदा सत्संग ध्यान केंद्र, पटना में पटना हाईकोर्ट के माननीय न्यायाधीश अनिल कुमार सिन्हा जी द्वारा किताब ‘मीराबाई’ का विमोचन किया गया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मीराबाई भक्ति की प्रकाष्ठा थीं,भक्ति मार्ग की उत्कृष्टत व उन्नत साधिका थी। उन्होंने एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि क्रिया योग से तीनों योग- भक्ति योग ,कर्म योग,ध्यान योग पुष्ट होती है। उन्होंने इस किताब के लेखक अमिताभ कृष्ण देव को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाले समय में इसी प्रकार की आध्यात्मिक किताब लिखकर साधकों एवं पाठकों को लाभ पहुंचाते रहेंगे । इस किताब के लेखक श्री अमिताभ कृष्ण ने बताया कि यह किताब साधिका व कवियत्री मीराबाई के जीवन पर लिखी गई है। उन्होंने बताया कि इस किताब को लिखने की प्रेरणा इसी ध्यान केंद्र से मिली थी। यह किताब गुरुजी श्री श्री परमहंस योगानंद जी के चरणों में लेखक के द्वारा अर्पित की गई है।उन्होंने बताया कि मीराबाई का जीवन काफी संघर्ष पूर्ण रहा लेकिन सभी कठिनाइयों का सामना करते हुए वे अपने आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर रहीं ।आज के साधकों के लिए यह किताब प्रेरणास्रोत है एवं उन्हें आध्यात्मिक पथ पर चलने के लिए नई ऊर्जा मिलेगी। इस किताब में मीराबाई के जीवन से जुड़ी बहुत सारी रोचक घटनाएं एवं भक्ति से ओत-प्रोत उनके दोहे की व्याख्या है। यह किताब अमेजॉन पर सेल के लिए उपलब्ध है।
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