प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को बिहार के गया और पूर्णिया पहुंचे। दोनों सभाओं में उन्होंने कुछ ऐसा बड़ा वादा नहीं किया, जो राज्य में चर्चा का विषय बन जाए। इधर विपक्ष ने उनके पुराने वादे को याद दिलाया, जिसमें उन्होंने पूर्णिया में एयरपोर्ट बनाने तथा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात की थी।
प्रधानमंत्री ने राजद पर हमला करते हुए कहा कि क्या लालटेन से मोबाइल चार्ज हो सकता है। इस पर पाटलिपुत्र से राजद प्रत्याशी मीसा भारती ने कहा कि मोबाइल चार्ज करना ही देश की समस्या है? प्रधानमंत्री नौकरी-रोजगार पर क्यों नहीं बात करते। उन्होंने हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था, उस पर कुछ क्यों नहीं बोलते।
गया और पूर्णिया की सभाओं में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले हमारे देश में घुस कर घुसपैठिए हमला करते थे। हमने जवाब दिया। अब उनकी हिम्मत नहीं कि हमला करें। उन्होंने फिर से राम मंदिर और सनातन धर्म की बात की, लेकिन बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की आय बढ़ाने पर कुछ नहीं बोले। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि प्रधानमंत्री बार-बार बिहार आ रहे हैं, पर अपने समर्थकों में जोश नहीं जगा पा रहे हैं। उनके भाषणों में नया कुछ भी नहीं है, इसलिए उनका भाषण आकर्षण खोता जा रहा है।
इधर विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री से सवाल कर रहा है। जनता के मूल सवालों रोजगार, नौकरी, खेती-किसानी पर सवाल कर रहा है, जिस पर प्रधानमंत्री कोई जवाब नहीं दे रहे। राजनीतिक जानकारों का यह भी मानना है कि बिहार में इस बार हिंदू-मुस्लिम की राजनीति नहीं चल रही है। राममंदिर के बारे में लोग कहते हैं कि वह अच्छा कार्य हुआ है, लेकिन इसीलिए वे भाजपा को वोट दे देंगे, इस पर शंका जताई जा रही है।
वहीं इंडिया गठबंधन प्रत्याशियों के प्रचार की कमान तेजस्वी यादव ने संभाल रखी है, जो लगातार रोजगार, महंगाई पर फोकस कर रहे हैं।