केंद्र सरकार ने आज हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी खत्म कर दी है. सरकार के इस फैसले से 1.75 लाख हज यात्री प्रभावित होंगे. सरकार के इस फैसले पर प्रतिक्रियाओं का भी दौर शुरू हो गया. एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र पर तंज करते हुए कहा कि ज्यादा हल्ला करने की जरूरत नहीं है, इसपर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय पहले ही सामने आ चुका है.
नौकरशाही डेस्क
दरअसल, केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी की रकम लड़कियों की शिक्षा पर खर्च की जाएगी. नकवी ने कहा कि इस साल 1.75 लाख मुसलमान हज यात्रा पर जाएंगे. अब तक के इतिहास में यह पहली बार है जब इतनी ज्यादा संख्या में यात्री हज यात्रा पर जाने वाले हैं. सरकार की ओर से कहा गया है कि यह फैसला तुष्टीकरण के बगैर अल्पसंख्यकों को सशक्त करने के उसके एजेंडे का ही एक हिस्सा है.
इस प्रतिक्रिया देते हुउ ओवैसी ने कहा कि मैं वर्ष 2006 से कह रहा हूं कि इस रकम को मुस्लिम बच्चों खासकर लड़कियों की शिक्षा पर खर्च किया जाए. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 2012 में सरकार से 2022 तक सब्सिडी खत्म करने के लिए कहा था. गौरतलब है कि पिछले साल हज यात्रा के लिए 450 करोड़ की सब्सिडी दी गई थी. दुनिया भर से लाखों मुसलमान हर साल हज यात्रा पर सऊदी अरब के मक्का जाते हैं.