मोदी के सबसे ताकतवर मंत्री शाह के खिलाफ JDU ने खोल दिया मोर्चा
मोदी के सबसे ताकतवर मंत्री अमित शाह के खिलाफ JDU ने खोल दिया मोर्चा। नीतीश कुमार की सहमति से पार्टी ने शाह से मांगा इस्तीफा। 23 से पहले गरमाया माहौल।
पांच दिन बाद 23 जून को पटना में देशभर के विपक्षी नेता जुटेंगे। उससे पहले बिहार सरकार में शामिल जदयू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री अमित शाह के खिलाफ मोर्चा ऱोल दिया। पार्टी ने कहा की देश के गृमंत्री से मणिपुर नहीं संभल रहा है। शाह को अविलंब इस्तीफा दे देना चाहिए।बिहार जद(यू.) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मणिपुर में भड़की हिंसा को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि बीते 40 दिनों से हमारे देश का एक राज्य हिंसा की आग में झुलस रहा है लेकिन दुर्भाग्य है कि केंद्र सरकार ने इसे नियंत्रित करने के लिए अभी तक कोई भी ठोस प्रयास नहीं किया। मणिपुर को जलता हुआ छोड़कर केंद्र सरकार अपने 9 साल के शासनकाल का जश्न मनाने में मगन है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद अभी भी राज्य के हालात बेकाबू है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 100 से अधिक बेगुनाहों ने मणिपुर हिंसा में अपनी जान गंवाई है, 60 हजार से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा है, पूरे राज्य में भय का माहौल बना हुआ है मगर अपनी जवाबदेही से मुंह मोड़कर देश के गृहमंत्री 2024 चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं। अगर अमित शाह से मणिपुर नहीं संभल रहा है तो फिर वो किस हैसियत से गृहमंत्री के पद पर बने हुए हैं? अपनी विफलता को स्वीकार करते हुए उन्हें अपने पद से तुरन्त इस्तीफा दे देना चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा-आरएसएस द्वारा फैलाए गए नफरत का ही नतीजा है कि आज मणिपुर हिंसा की आग में लिपटा हुआ है। अपना हित साधने के लिए भाजपा वालों देश को उन्माद की आग में झोंक दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी घाटों की शिलापट्ट और नाले का भी उद्घाटन कर अपनी पीठ थपथपाने में माहिर हैं मगर 40 दिनों से मणिपुर जल रहा और अभी तक देश के प्रधानमंत्री जी ने एक शांति का अपील करना भी जायज नहीं समझा है। इतने गंभीर विषय पर प्रधानमंत्री जी की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।
कुशवाहा ने आरोप लगाया कि मणिपुर की हिंसा से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा अपने 9 साल के शासनकाल का जश्न मना रही है। परन्तु मणिपुर की स्थिति इनके कुशासन का ताजा सबूत है। उन्होंने कहा कि कि मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र सरकार का रुख बेहद चिंताजनक है। देश भर में गृहमंत्री और केंद्र सरकार को लेकर आक्रोश का माहौल है। जनता समझ चुकी है कि देश को बचाना है तो भाजपा को भागना ही होगा। 9 सालों में इन लोगों देश का बेड़ागर्क कर दिया। फिरकापरस्त ताकतों को 2024 में देश की जनता सबक सिखाने का काम करेगी।
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