आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर बवाल बढ़ता जा रहा है। पहले राहुल गांधी ने भागवत के बयान को देशद्रोह कहा और अब बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने विरोध को बिल्कुल नया आयाम देते हुए कहा कि संघ प्रमुख ने बिहार के बाबू वीर कुंवर सिंह तथा भरत रत्न कर्पूरी ठाकुर का अपमान किया है।
याद रहे दो दिन पहले मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में कहा कि देश को 1947 में नहीं, बल्कि पिछले साल तब आजादी मिली, जब राम मंदिर का द्घाटन किया गया। उनके इस बयान पर देश में हंगामा हो गया है। कांग्रेस, राजद सहित कई दलों के नेताओं ने विरोध जताया है। दिल्ली में कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने सड़क पर उतर कर भागवत का विरोध किया और देश से माफी मांगने की मांग की।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने जहानाबाद में कार्यकर्ताओं से संवाद के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मोहन भागवत का बयान घोर आपत्तिजनक है। उन्होंने पूरे स्वतंत्रता आंदोलन के साथ ही महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस का अपमान किया है। वे यहीं नहीं रुके बल्कि विरोध को नया आयाम देते हुए कहा किभागवत ने वीर कुंवर सिंह, कर्पूरी ठाकुर का अपमान किया है। मालूम हो कि कुंवर सिंह ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन में अंग्रेजों का विरोध किया था तथा कर्पूरी ठाकुर 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया था।
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तेजस्वी यादव ने कहा कि संघ वाले आरक्षण विरोधी है। जिस दिन ये आरक्षण खत्म कर देंगे, उस दिन कहेंगे कि अब असली आजादी मिली। संघ की आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं थी। ये लोग तो दशकों तक तिरंगा भी नहीं फहराते थे। तेजस्वी यादव के बयान के बाद कई राजद नेताओं ने कहा कि भागवत के बयान का पूरे प्रदेश में विरोध होगा।