भाजपा के वन नेशन-वन इलेक्शन का समर्थन करने के दूसरे दिन ही जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर को बड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने कोर कमेटी में रहने से इनकार कर दिया है। इससे पहले भी कई मुस्लिम नेता पार्टी को बाय-बाय कर चुके हैं। लगातार मुस्लिम नेताओं के पार्टी छोड़ने से प्रशांत किशोर के मुस्लिम प्रोजेक्ट को गहरा धक्का लगा है।
पूर्व सांसद मोनाजिर हसन ने पार्टी अध्यक्ष को लिखे पत्र की प्रति प्रशांत किशोर को भी भेज दी है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि अपरिहार्य कारणों से वे पार्टी की कोर कमेटी के सदस्य नहीं रह सकते। इसलिए कोर कमेटी से हमारा इस्तीफा स्वीकार किया जाए।
—————–
तेजस्वी की माई-बहिन योजना के मुकाबले जदयू की ड्रोन दीदी योजना!
मोनाजिर हसन के इस्तीफे को प्रशांत किशोर से मुसलमानों के मोहभंग के रूप में देखा जा रहा है। हाल में उन्होंने मुसलमानों के सम्मेलन किए थे, जिसमें दावा किया गया था कि मुसलमान बड़ी संख्या में पार्टी में शामिल हो रहे हैं। मीडिया से हवा बनाने की कोशिश की गई, लेकिन अब असलियत सामने आने लगी है। खबर है कि बचे-खुचे मुस्लिम नेता भी पार्टी का साथ छोड़ने वाले हैं।