एमपी में हेरिटेज शराब : नीतीश को शिवराज ने दी चुनौती

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महुआ से बननेवाली शराब को हेरिटेज शराब का नाम दिया। कहा, इसे बढ़ावा दिया जाएगा। नीतीश क्या जवाब देंगे?

कुमार अनिल

एक तरफ बिहार में कमरे में शराब पी रहे डॉक्टर-इंजीनियर जेल भेजे जा रहे, वहीं एनडीए शासित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महुआ से बनी शराब को एक नया नाम दिया है। उन्होंने इसे हेरिटेज शराब की संज्ञा दी। वैसे भी भाजपा संस्कृति की बात ज्यादा करती है। इस बार शिवराज ने महुआ शराब को संस्कृति, परंपरा और विरासत से जोड़ने के साथ इसे रोजगार से भी जोड़ा।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब को न सिर्फ सामाजिक बुराई, बल्कि अपराध की श्रेणी में मानते हैं। बिहार में कानूनन शराब पीना अपराध है, इसलिए होटल के कमरे में शराब पीते पकड़े गए डॉक्टर-इंजीनियर तक जेल भेजे जा रहे हैं। अच्छा होगा, बिहार के मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को हेरिटेज शराब पर जवाब दें।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इसमें वे बड़े जोश के साथ कह रहे हैं कि प्रदेश में नई आबकारी नीति लाई जा रही है। इसके अनुसार अगर कोई भाई-बहन परंपरागत तरीके से महुआ से शराब बनाता है, तो वह अवैध नहीं होगा। उस शराब को शराब दुकानों में बेचा जाएगा। इससे आदिवासी भाइयों की आमदनी होगी। इसे हेरिटेज शराब के नाम पर बेचा जाएगा।

सोशल मीडिया पर शिवराज के इस निर्णय की सराहना और आलोचना दोनों हो रही है। सराहना करनेवाले महुआ के गुणों का बखान कर रहे हैं। आलोचना करनेवाले याद दिला रहे हैं शिवराज का वह बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि गोबर और गौमूत्र से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।

बिहार में होटल के कमरों में शराब पीते पकड़े जाने पर जेल भेजने पर कई लोग आहत हैं। उनका कहना है कि शराब सामाजिक बुराई हो सकती है, लेकिन अपराध मानना गलत है। नौकरशाही डॉट कॉम को मिली जानकारी के अनुसार पटना में अवकाश पाने के बाद कई लोग अब रांची या झारखंड के दूसरे शहर में बस रहे हैं, ताकि वहां बुढ़ापे में जेल जाने की नौबत नहीं आए।

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