उच्चतम न्यायालय मुज़फ़्फ़रपुर आश्रय गृह यौन उत्पीड़न मामले में पीड़ित बच्चियों को उनके घर भेजने को लेकर गुरुवार को आदेश सुनाएगा।
न्यायमूर्ति एन वी रमन की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ पीड़ित बच्चियों को उनके माता – पिता को सौंपने पर आदेश सुनाएगी। टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज की ओर से सीलबंद लिफाफे में स्थिति रिपोर्ट दाखिल की गई।
इंस्टीट्यूट की ओर से न्यायालय को बताया गया कि कुछ बच्चियों के घर का पता चल गया है और उनके मां-पिता उन्हें वापस लेने को तैयार हैं। एक मामले में बच्ची ने अपने घर का पता बताया है, लेकिन उस पते पर घरवाले नहीं मिले हैं। बच्ची ने घर की लोकेशन बताई है।
पीठ ने कहा कि वह इस संबंध में गुरुवार को आदेश जारी करेगी। इससे पहले 18 जुलाई को पीठ ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के फील्ड एक्शन प्रोजेक्ट ‘कोशिश’ को आश्रय गृह की पीड़ित बच्चियों से बातचीत करने की अनुमति दे दी थी ताकि उनका पुनर्वास किया जा सके।