मुखिया चुनाव नामांकन में हुई परेशानी, कर ली फौरन शादी
गया जिले में एक युवा ने मुखिया चुनाव में उतरने की पूरी तैयारी कर ली, लेकिन जाति प्रमाणपत्र बनवाने में भारी अड़चन थी। उसने बिना लगन कर ली शादी।
दीपक कुमार ठाकुर
बिहार पंचायत चुनाव-2021 में अलग-अलग रंग देखने को मिल रहा है। खासकर युवा वर्ग गांव की सरकार में अपनी हिस्सेदारी पाने के लिए हर तरह के प्रयास कर रहे हैं। गया जिले में एक युवा में मुखिया बनने की इतनी हड़बड़ी दिखी कि उसने बिना मुर्हूत के भगवान सूर्य को साक्षी मानकर शादी कर ली। साथ ही पत्नी को शादी के दौरान ये भी वचन दे दिया कि उसकी जिम्मेदारी है कि वह उसे पंचायत चुनाव में जीत दिलाएगा।
दरअसल, गया के खिजरसराय प्रखंड के होरमा पंचायत के बिंदौल गांव में आदित्य कुमार उर्फ राहुल कुमार काफी दिनों से पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाने का सपना संजोए हुए था। लेकिन मुखिया बनने के सपने पर उसे पानी फिरता हुआ दिख रहा था।
हुआ यूं कि नामांकन के लिए जाति प्रमाण पत्र जरूरी था लेकिन उसका प्रमाण पत्र बन नहीं पाया था। कारण के तौर पर बताया गया कि जमीन से संबंधित खतियान में उसके नाम के साथ दांगी शब्द का उल्लेख नहीं है। इसलिए उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन सकता है।
इसके बाद उसे बस एक ही उपाय सूझा वो थी शादी। ऐसे में राहुल ने बिना लगन और बैंड-बाजा के ही सूर्य मंदिर में शादी कर ली। राहुल की पत्नी सरिता कुमारी खिजरसराय प्रखंड के नौडिहा गांव की रहने वाली है। सूर्य मंदिर में हुई इस शादी में वर-वधू दोनों पक्ष के लोग मौजूद थे। इस चुनावी शादी की पूरे इलाके में चर्चा हो रही है। इस तरह राहुल अब खुद मुखिया तो नहीं बना पाएंगे, लेकिन मुखियापति बनने की लड़ाई में उतरेंगे।
रामबिलास पासवान और रघुवंश बाबू की प्रतिमा लगे : तेजस्वी