बड़ा विज़न, छोटी शुरुआत के साथ मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने किया Bihar Markaz का गठन
एक बड़े विजन के साथ बिहार के कुछ मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने Bihar Markaz के गठन की छोटी सी शुरुआत की है.Bihar Markaz पूरी तरह से गैर सियासी रहते हुए सााजिक, शैक्षिक व कानूनी मुद्दों पर काम करेगा.
इर्शादुल हक, एडिटर नौकरशाही डॉट कॉम
ऐसा नहीं है कि इस तरह की शुरुआत बिहार में पहली बार हुई हो. दशकों से गाहे- ब-गाहे इस तह की कोशिशें होती रही है और अधूरा सफर छोड़ इसके प्रणेता अपनी दुनिया में गुम हो जाते हैं.लेकिन Bihar Markaz की शुरुआत ऐसे हालात में हो रही है जब समाज में चारों तरफ नाउम्मीदी है. डर है. शरीर व स्वाभिमान पर हमलों की बौछार है.कानून के नाम पर वंचित समुदायों के कानूनी अधिकारों का गला घोटा जा रहा है. ऐसे में Bihar Markaz जैसे संगठन के प्रति बौद्धिक समुहों में उत्साह है. इसकी चुनौतियों और इसके दीर्घकालिक कामों के प्रति लोगों में आशा की किरण भी दिख रही है.
सोमवार को पटना के एक होटल में विभिन्न सियासी, सामाजी, मजहबी संगठनों से जुड़े सक्रिय बुद्धिजीवियों की बैठ हुई. इस दौरान Bihar Markaz की भविष्य की योजनाओं और उसके उद्देश्यों से संबंधित दो पेज का विस्तृत नोट सर्कुलेट किया गया.हालांकि इस नोट में कही भी Bihar Markaz के जिम्मेदारों के नाम की सूची नहीं है.पर इसके कर्ता-धर्ता के रूप में कदवां के कांग्रेसी विधायक शकील अहमद और उनके चंद सहोयगियों की भूमिका है.
जो मौजूद थे
इस बैठक में राजद के विधायक फराज फातमी ( Faraz Fatmi), इमारत शरिया के मौलाना अनीसुर्रहमान, अलखैर ट्रस्ट के अरशद अजमल, राबिता संगठन के अफजल हुसैन, कौमी तंजीम के सम्पादक अशरफ फरीद, इंकलाब के स्थानी सम्पादक अहमद जावेद ( Ahmad Jawed), जमियत उलमा ए हिंद के अनवारुल होदा, इबरार अहमद ( Ibrar Ahmad), सफदर आलम, रोजमाइन ट्रस्ट के ओवैस अम्बर समेत कोई 60 लोग मौजूद थे.
Bihar Markaz का उद्देश्य
Bihar Markaz अल्पसंख्यक समुदायों के लिए इंसाफ और अवसरों की प्राप्ति के लिए कैपिसिटी बिल्डिंग का काम करेगा. महिला अधिकार, समाज में रिफार्म, हेट क्राइम के शिकार लोगों को कानूनी मदद, सामाजिक राजनीतिक मुद्दों पर संवेदनशीलता बढाना, विभिन्न मुद्दों पर डेटा बैंक विकसित करना आदि मुद्दों पर काम करेगा.
कांग्रेस विधायक शकील अहमद( Shakeel Khan) ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में बदले हालात के मद्देनजर एक ऐसे संगठन की जरूरत महसूस की जा रही थी. जिसकी शुरूआत अब की जा रही है. फराज फातमी ( Faraz Fatmi) ने इस मौके पर कहा कि यकीनन देश के हालात खराब हैं. चारों ओर भय का माहौल बना दिया गया है लेकिन नाउम्मीद होने की जरूरत नहीं है. Bihar Markaz को मजबूती से अपने काम में लग जाना चाहिए.
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इमारत शरिया के नाजिम मौलाा अनीसुर रहमान ने मश्विरा दिया कि समाज के लिए हर क्षेत्र में काम करने की जरूरत है. लेकिन हर काम हर कोई नहीं कर सकता. लिहाजा किसी भी एक स्पेसफिक काम को ले कर एक तंजीम को आगे बढ़ना चाहिए.इस अवसर पर बिहार में बढ़ते हेट क्राइम, मॉब लिंचिंग, एक खास समुदाय की पहचान रखने वालों के खिलाफ नफरत बढ़ाने की लगातार बढ़ते कृत्य पर गंभीर चिंता व्यक्त की गयी.
लोगों ने Bihar Markaz के गठन का स्वागत किया यह उम्मीद जाहिर की कि यह कोशिश स्थाई होगी और इसके प्रयासों का सकारात्मक नतीजा भी समान आयेगा.
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