गुजरात में हुे हालिया चुनाव में मुसलमानों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. मीडिया ने लगातार दिखाया कि मुसलमान भाजपा के संग हैं. लेकिन यह जानना दिलचस्प होगा कि 182 सदस्यों वाली असेम्बली में कितनी मुसलमान जीते हैं.
182 सदस्यीय गुजरात असेम्बली में इसबार 3 मुस्लिम प्रत्याशियों को जीत मिली है. पिछले सदन में यह संख्या 2 थी. ये तीनों सदस्य कांग्रेस से जीते हैं जबकि भाजपा ने एक भी मुस्लिम प्रत्याशी मैदान में नही उतारा था.
2011 जनगणना के अनुसार राज्य में 9.67 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं. कांग्रेस के जीते प्रत्याशियों में जावेद पीरजादा, वांकानेर से, गयासुद्दीन शेख, दरियापुर से और इमरान खेडवाला जमालपुर खेडिया से जीते हैं. जमालपुर खेडिया की सीट को कांग्रेस ने भाजपा से छीनी है.
गुजरात में मुस्लिम आबादी के अनुपात के लिहाज से कम से कम 18 सदस्यों की नुमाइंदगी होनी चाहिए लेकिन साम्प्रदायिक पोलराइजेशन के कारण कांग्रेस जैसी पार्टियां भी मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने से बचती हैं. विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा के साम्प्रदायिक एजेंडे के कारण मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट नहीं मिल पाता.
हालांकि इस वर्ष के चुनाव में आम आदमी पार्टी और बसपा ने भी मुस्लिम उम्मीदवार उतार थे पल उनमें से एक की भी जीत नहीं हुई. दरियापुर से जदयू ने भाजपा की शह पर एक मुस्लिम उम्मीदवार को उतारा लेकिन उसे मात्र 82 वोट मिले. आम आदमी के प्रत्याशी को 2808 वोट मिले.
इस वर्ष कांग्रेस ने 5 प्रत्याशी खड़े किये थे जिनमें तीन की जीत हुई. 2012 के चुनाव में कांग्रेस ने 6 उम्मीदवार खड़े किये लेकिन 2 उम्मीदवार ही जीत सके थे.