टिकट बंटवारे में कांग्रेस की गद्दारी से नाराज मुसलमानों का बड़ा फैसला
पूर्वी चम्पारण के कॉंग्रेस पार्टी में बगावत के स्वर उठने लगे है। बगावत अल्पसंख्यको और जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओ की उपेक्षा के कारण शुरु हुआ है।
टिकट के बंटवारे से नाराज अल्पसंख्यक समाज के दर्जनों लोग कॉग्रेस नेता मुमताज अहमद के घर पर पहुंच कर बैठक की. इस बैठक में कांग्रेस आलाकमान के से विरोध जताया है। साथ ही मुमताज अहमद के प्रति अपनी आस्था को व्यक्त किया है।
वही पार्टी के वरीय नेताओ ने कॉग्रेस नेता राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह पर कार्यकर्ताओ को ठगने और धोखा देने का आरोप लगाया है। नेताओ ने कहा कि अखिलेश सिंह न तो जात और न समाज की राजनीति करते है। वे सिर्फ अपनी राजनीति करते है। नेताओ ने कहा कि विधानसभा चुनाव में ऐसे नेताओं को सबक सिखाया जाएगा।
उधर राजद के जिलाध्यक्ष रहे कॉंग्रेस नेता अरुण यादव ने पूर्वी चंपारण में मात्र दो सीट मिलने और कार्यकर्ताओं को टिकट नही मिलने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह सभी कुछ सांसद अखिलेश सिंह की सोची समझी राजनीति का हिस्सा है। वे अपने आगे किसी को भी आगे नही बढ़ने देने चाहते है।
वही कॉग्रेस नेता रविन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि सांसद अखिलेश सिंह की राजनीति में कोई कार्यकर्ता आगे नही बढ़ सकता।
इस बीच सूत्रों का कहना है कि रक्सौल विधान सभा सीट पर मुस्लिम की दावेदारी को अखिलेश सिंह ने निजी लाभ के लिए राम बाबू यादव को टिकट दे दिया है.
रक्सौल विधान सभा में मुस्लिम वोटरों की संख्या 70 हजार है. इस सीट पर सगीर अहमद किसी जमाने में चार बार चुनाव जीत चुके हैं. जब से इस सीट पर कांग्रेस ने मुसलमान को टिकट देना बंद किया तबसे वहां कभी कांग्रेस नहीं जीती. उधर मुमताज अहमद ने नौकरशाही डॉट कॉम से कहा है कि कांग्रेस के रक्सौल प्रत्याशी किसी भी कीमत पर नहीं जीत सकते.. दूसरी तरफ रक्सौल सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार नहीं देने का मुस्लिम समुदाय में भारी रोष है. कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि मुसलमानों से पार्टी द्वारा की गयी धोखेबाजी का जवाब वोट की ताकत से दिया जायेगा.