नई मोर्चेबंदी : लालू के बाद JDU के मंत्री भी बोले, संघ को बैन करो
संघ की विचारधारा के खिलाफ बिहार में नई मोर्चेबंदी दिखने लगी। पहले लालू ने संघ पर प्रतिबंध की मांग की। अब नीतीश के मंत्री भी बोले-संघ पर बैन लगाओ।
बिहार में एक नई मोर्चेबंदी दिखने लगी है, जो न सिर्फ राज्य की महागठबंधन सरकार को कायम रखने, 2024 में विपक्ष को एकजुट करने में सहयोग करने तक सीमित है, बल्कि आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ तैयार हो गई है। पहले लालू प्रसाद ने संघ पर देश को तोड़ने, नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के एक वरिष्ठ मंत्री श्रवण कुमार ने भी संघ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
जदयू प्रदेश मुख्यालय में बुधवार को ‘‘कार्यकर्ताओं के दरबार में माननीय मंत्री’’ कार्यक्रम में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार एवं माननीय लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज सम्मिलित हुए। उन्होंने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों की समस्याओं को सुन उनका समाधान किया व संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उक्त अवसर पर प्रदेश महासचिव श्री लोक प्रकाश सिंह एवं श्री अरुण कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
पत्रकारों से बात करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि भाजपा एवं आरएसएस दोनों पर प्रतिबंध लगना चाहिए। मंत्री ने पीएफआई पर प्रतिबंध से संबंधित एक सवाल के जवाब में कहा कि जो भी संगठन समाज में गैर बराबरी, तनाव एवं नफरत फैलाने का काम करते हैं उन सब पर प्रतिबंध लगाया जाए।
उन्होंने भाजपा के एक नेता द्वारा जदयू में एक राजा और बाकी सबको नौकर बताने संबंधी बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जबसे भाजपा को दूध की मक्खी के समान निकाल बाहर फेंका है तब से उसके नेता बौखलाहट में हैं, मानसिक संतुलन खो चुके हैं तथा हताशा व निराशा में अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं।
मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार ने पीएफआई पर प्रतिबंध से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि यह एक कानूनी मामला है। केंद्र सरकार कि इस कारवाई पर संगठन के लोग ही बता पाएंगे कि पूरा मामला क्या है।
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