नालंदा के सोनू को मदद की घोषणा पर क्यों ट्रोल हो रहे मोदी
मोदी ने मुख्यमंत्री के सामने शिक्षा की पोल खोलनेवाले नालंदा के सोनू को नवोदय में नामांकन का वादा किया। लोगों ने सवालों की लगाई झड़ी। क्यों हो रहे ट्रोल?
नालंदा को सोनू दो दिनों से सोशल मीडिया में छाया है। उसने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा बदहाल है। कुछ करिए। पिताजी जो भी कमाते हैं, सब शराब पीने में खत्म कर देते हैं। उसने दो बुनियादी सवाल उठाए-शिक्षा की बदहाली तथा शराबबंदी का फेल होना।
अब पूर्व उप मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुसील कुमार मोदी आज उस बच्चे के गांव पहुंच गए। उस बच्चे को नवोदय विद्यालय में नामांकन कराने का वादा किया। यह भी वादा किया कि वे हर महीने सोनू को दो हजार रुपए देंगे। उन्होंने बच्चे और परिवार के साथ अपना फोटो भी खुद ही शेयर किया। इसके बाद तो लोग उन्हें ट्रोल करने लगे। सवालों की बौछार हो रही है।
सोशल मडिया पर लोग मुख्यतः तीन सवाल उठा रहे हैं। पहला, कि एक सोनू की मदद से क्या होगा। प्रदेश में लाखों सोनू हैं। उनका क्या होगा। दूसरा सवाल यह कि मोदी किस तरह बच्चे का नामांकन नवोदय में कराएंगे। नवोदय में नामांकन के लिए प्रतियोगिता परीक्षा होती है। तीसरा सवाल लोग यह उठा रहे हैं कि मैट्रिक तक हर महीने दो हजार देंगे, उसके बाद वह बच्चा क्या करेगा, कैसे आगे पढ़ेगा?
कन्हैया झा शांडिल्य ने कहा-सुंदर कदम, लेकिन जिस प्रकार बिहार में शिक्षा की कुव्यवस्था है, बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है, उस पर कुछ ध्यान दीजिए। कितने ही सोनू है,! कौन-कौन मुख्यमंत्री के पास जायगा? इसलिए बिहार सरकार को अपनी शिक्षा प्रणाली पर ध्यान देना चाहिए जिससे सब बच्चों का कल्याण हो! शकील अहमद ने कहा-सोनू के अलावा और भी बहुत सारे गरीब बच्चे स्कूल में नहीं पढ़ पा रहे हैं। सरकारी स्कूल की हालात खराब है। विकास राय ने कहा- बिना exam के नवोदय में आप कैसे admission करा देंगे सर।
संदीप कुमार ने एक जरूरी सवाल उठाया। कहा-कुछ दिन पहले सांसद कोटा से केंद्रीय विद्यालय में नामांकन समाप्त करवा के अपना तारीफ़ बटोरे थे…और अब फिर से सांसद कोटा से नामांकन करवाने की बात शुरू कर दिए…वाह क्या बात है…नेता जी …।
संसदीय बोर्ड अध्यक्ष को भी नहीं पता RCP राज्यसभा जाएंगे या नहीं