प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि महामिलावटी घोर नकारात्मकता के साथ चुनाव लड़ रहे हैं जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन देश की सुरक्षा और विकास के मुद्दे पर जनादेश मांग रहा है।
श्री मोदी ने पालीगंज में पाटलिपुत्र और पटना साहिब संसदीय क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये जितने भी महामिलावटी हैं, वे घोर नकारात्मकता के साथ चुनाव लड़ रहे हैं और उनके पास दो ही मुद्दे हैं मोदी की छवि खराब करो और मोदी को हटाओ लेकिन इन महामिलावटियों को एहसास नहीं है कि मोदी को आज 130 करोड़ भारतीयों का आशीर्वाद प्राप्त है। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर राजग देश की सुरक्षा और विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महामिलावटी लोग दिल्ली में एक मजबूर सरकार का सपना पाले हुए हैं लेकिन उनकी उम्मीदों पर देश की जनता ने पानी फेर दिया है। महामिलावटी लोगों ने निजी स्वार्थ को सर्वोपरि रखा । कांग्रेस का नामदार परिवार हो या फिर बिहार का भ्रष्ट परिवार, इनकी संपत्ति आज सैकड़ों हजारों करोड़ रुपए में है । आखिर यह पैसे कहां से आए । उन्होंने कहा कि अगर इन महामिलावटियों को देश और गरीब की जरा सी भी परवाह होती तो भ्रष्टाचार करने से पहले ही इनके हाथ कांपते ।
श्री मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उनका करीब डेढ़ दशक तक का काम रहा है । यह सब जनता के आशीर्वाद का ही फल है। जनता जनार्दन ईश्वर का रूप है। वह जनता में ही ईश्वर का रूप देखते हैं। इन पदों को जनता द्वारा दिया गया प्रसाद मानते हैं। उन्होंने इस प्रसाद को सिर झुका कर स्वीकार किया और प्रसाद की पवित्रता का भी विशेष ख्याल रखा लेकिन ये महामिलावटी जिन पदों पर गए उसे लालची नजरों से देखा ताकि उन्हें जनता को लूटने का अवसर मिल सके । इन महामिलावटी लोगों ने अपने और अपने परिवार के स्वार्थ को राष्ट्र की सुरक्षा और गरीब के हित से भी ऊपर रखा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लोग अपनी प्रशंसा और वाहवाही सुनने के आदी हो गए हैं । दरबारियों की पूरी फौज इनके गुणगान में लगी रहती है। इन लोगों ने अपने आसपास की दीवार इतनी ऊंची कर ली है कि अब इन्हें गरीब का दर्द दिखाई नहीं देता है। गरीब की परेशानी को ये भूल चुके हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों की सैकड़ों एकड़ जमीन हड़पने के बाद ये लोग जमीन से पूरी तरह कट चुके हैं। इनकी आंखें आज भी चोरी का माल तलाशने के लिए खुलती हैं , जैसे ही मौका मिलता है वे उस माल को लूटने में लग जाते हैं । बिहार की जनता ही फैसला करें कि इन लोगों ने राज्य को बदनामी के अलावा और क्या दिया है।