लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के बाद से नरेंद्र मोदी अपना आपा खो चुके हैं. वह अपने विरोधियों पर धारदार हमला तो पहले भी करते रहे हैं. लेकिन चौथे चरण के बाद से जिस तरह से नरेंद्र मोदी असंतुलित बयान और बे सिर पैर की टिप्पणियां करने लगे हैं उससे उनके अंदर क्या चुनाव हारने का हताशा समा गया है?
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मोदी ने एक साक्षात्कार में कहा है कि पाकिस्तान के बालाकोट पर एयरस्ट्राइक करने के पहले हमने विशेषज्ञों की मीटिंग बुलाई. इसमें विषेषज्ञ इस बात के लिए आशंकित थे कि भारी बारिश और बादलों के बीच हमला कैसे हो सकता है. लेकिन मैंने उन्हें कहा कि बादलों के बीच हमला करने से हमारा राकेट पाकिस्तानी रडार के सिग्नल पर नहीं आ सकता. मोदी ने कहा कि वह विज्ञान के जानकार नहीं हैं पर उन्होंने साइंटिस्टों के आशंका पर यह बात कही.
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मोदी के इस हलके-फुलके, और अपरिपक्व बयान पर विरोधी दलों ने जोरदार खिल्ली उड़ाी है. [box type=”shadow” ]
Modi’s words are truly shameful. Most importantly, because they insult our Air Force as being ignorant and unprofessional. The fact that he is talking about all this is itself anti-national; no patriot would do this. pic.twitter.com/jxfGmdmlx7
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) May 11, 2019
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हाल ही में राहुल गांधी के पिता व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी करने के मामले में नरेंद्र मोदी, मीडिया, सोशल मीडिया, सामाजिक कार्यकर्ताओंऔर नेताओं के निशाने पर आ गये थे. मोदी ने राजीव के बारे में कहा था कि उनके ( राहुल के) पिता अपने दरबारियों के बीच मिस्टर क्लीन कहलवाना पसंद करते थे. लेकिन एक भ्रष्ट नेता के रूप में उनकी जान गयी.
याद रखने की बात है कि बोफोर्स तोप खरीद के मामले में भ्रष्टाचार के आरोप तत्कालीन सरकार पर लगे थे. लेकिन यह मामला अदालत में पंद्रह सालों तक चलता रहा लेकिन अदालत ने राजीव गांधी को क्लीन चिट दे दी थी.