- नशूर अजमल बने All India Muslim Majlis Mushawarat बिहार के संयोजक
सैयद नशूर अजमल नुशी को आल इंडिया मुस्लिम मजलिस मशावरत All India Muslim Majlis-e-Mushawarat के बिहार शाखा का संयोजक बनाया गया है.
All India Muslim Majlis Mushawarat देश के मुस्लिम संगठनों का अम्बरेला ऑर्गनाइजेशन माना जाता है. इसकी स्थापना 1964 में लखनऊ के विख्यात इस्लामी शैक्षिक संस्थान दारुल उलूम नदवतुल उलेमा में हुई थी. मुशावरत के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर सैयद महमूद को चुना गया था. सैयद महमूद जवहार लालू नेहरू कैबिनेट के मंत्री भी रह चुके थे.
अपने चयन के बाद नशूर अजमल ने कहा कि वह सबको साथ लेकर चलने की कोशिश करेंगे। अजमल ने कहा कि देश के विभिन्न मुस्लिम सामाजिक संगठनों के इस साझा मंच का उद्देश्य ही तमाम संगठनों के बीच सामंजस्य बना कर काम करना और देश में आपसी समझ व भाइचारे के आधार पर समस्याओं का समाधान करना है. अजमल जोर दे कर कहा कि बिहार के तमाम संगठनों के साथ हम इस प्रयास को मजबूती से बढ़ायेंगे.
इस अवसर पर आम बैठक में दिल्ली से आये सैयद तहसीन अहमद ने कहा कि मशावरत सामुदायिक संगठन है और सभी मुस्लिम संगठनों को एक मंच पर लाने की कोशिश है। तहसीन अहमद ने इस बात पर जोर दिया कि हिन्दू मुस्लिम संबंधों को प्रगाढ़ करने की ज़रूरत है। अब्दुल वहाब ने कहा कि मशावरत बुलडोजर एक्शन और हेट स्पीच पर लीगल सेल बनाकर काम करे।
मुजफ्फरपुर के क़ैसर ने कहा कि मशावरत को सर्वे कर फील्ड की जानकारी लेनी चाहिए और अल्पसंख्यक योजनाओं की जानकारी देनी चाहिए। इकबाल ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल धार्मिक मामले में हस्तक्षेप है। मोतिहारी के तनवीर अहमद ने कहा कि मुस्लिम समुदाय की भलाई के लिए रणनीति बनाई जानी चाहिए। दरभंगा के फ़ैयाज़ हाशमी ने कहा कि देश के चुनौतीपूर्ण हालात का मुकाबला कैसे करें, इसकी रणनीति बने। शाहिद कमाल ने कहा कि समाज की भलाई के लिए सभी समुदायों के साथ मिलकर करना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार फ़ज़ल इमाम मलिक ने कहा कि मशावरत को ज़्यादा सक्रिय होने की ज़रूरत है। वरिष्ठ पत्रकार अशरफ फरीद ने कहा कि मुस्लिम समुदाय को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की ज़रूरत है। अध्यक्षीय भाषण में अरशद अजमल ने कहा कि मशावरत अगर काम की पहचान करे तो अच्छा रिजल्ट आएगा। उन्होंने कहा कि नीति को व्यवहार में लाने की कोशिश करनी चाहिए।