नवादा में 50 दलितों के घर जला दिए गए। उनकी झोंपड़ी, सामान और मवेशी तक जल गए। बिहार में एनडीए की सरकार है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने घटना पर अपनी सरकार से सवाल करने के बजाय घटना के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बता दिया। कहा कि आरोपितों में 90 फीसदी राजद के लोग हैं और एक ही जाति के हैं। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग नहीं की, बल्कि राजद पर हमला किया। उन्होंने राहुल गांधी से भी सवाल किया कि वे चुप क्यों हैं, जबकि उनसे 22 मिनट पहले ही राहुल गांधी ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई तथा दलितों के पुनर्वास की मांग की है। लालू प्रसाद ने भी मांझी के राजद पर दोष लगाने पर बड़ी बात कही है।
लालू प्रसाद ने कहा कि जीतन राम मांझी समाज में टकराव बढ़ाना चाहते हैं। कहा कि वे देखेंगे कि किस समाज ने हमला किया है और घटना के पीछे क्या कारण है। लालू प्रसाद दिल्ली में हैं और मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे।
इससे पहले जीतनराम मांझी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा-हमारे देश में विपक्ष की विचित्र लीला है, विपक्ष के लोग पहले दलितों पर अत्याचार करवातें हैं फिर उस घटना को मुद्दा बनाकर सरकार के कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं। नवादा की घटना में जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई है उसमें 90 फीसदी लोग एक जाति विशेष के हैं और राजद समर्थक हैं। राहुल गांधी जी अब इस पर कुछ बोलेंगें या फिर चुप्पी साध लेंगें।
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उधर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार है और एनडीए का हिस्सा होने के नाते वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, दलितों को मुआवजा दिया जाए। चिराग ने घटना के लिए मांझी की तरह विपक्ष को जिम्मेदार नहीं ठहराया।
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