नया समीकरण! मांझी ने की शहाबुद्दीन की प्रतिमा लगाने की मांग
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का एक ट्वीट अचानक चर्चा में आ गया है। उन्होंने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की प्रतिमा सीवान में लगाने की मांग की।
पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के परिवार को उम्मीद थी राज्यसभा के लिए राजद का टिकट मिलेगा, पर ऐसा नहीं हुआ। जाहिर है, परिवार और समर्थकों में निराशा है। कल तो सीवान में एक गर्मा-गर्म मीटिंग भी हुई, जिसमें राजद से अलग होकर नया रास्ता तलाशने की बात जोर-शोर से उठाई गई। और लीजिए, आज हम के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक खबर को लाइक करके बढ़ावा दिया, जिसमें एक नए समीकरण की जरूरत बताई गई है। इसके साथ ही जीतन राम मांझी का कुछ दिन पहले का एक ट्वीट फिर से चर्चा में आ गया, जिसमें मांझी ने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की सीवाम में प्रतिमा लगाने की मांग की है।
गया के रहनेवाले और दिल्ली में लॉ पढ़ानेवाले अराफात अली ने हम नेता शहंशाह आलम उर्फ मुंनन खान नेता हम (से) बिहार का एक बयान ट्वीट किया, जिसमें कहा गया है कि बिहार में नए समीकरण की जरूरत है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम का कुछ दिनों पहले किया गया एक ट्वीट भी शेयर किया। पूर्व मुख्यमंत्री मांझी ने कहा है कि- सीवान के विकास की पहचान, अपनी बेबाकी की वजह से आज भी करोड़ों दिलों पर राज करनेवाले पूर्व सांसद मरहूम डॉ. शहाबुद्दीन की प्रथम पुण्य तिथि पर उन्हें नमन। हर कोई शहाबुद्दीन नहीं हो सकता। मैं राज्य सरकार से पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की प्रतिमा सीवान में लगाने की मांग करता हूं।
हम के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री मांझी की पार्टी राज्य सरकार का हिस्सा है। उनके द्वारा ऐसी मांग करने का महत्व है। फिर उन्होंने बिहार में एक नए समीकरण की जरूरत को भी लाइक किया है। तो क्या जीतन राम मांझी की पार्टी ने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के परिजनों से संपर्क किया है और क्या पूर्व सांसद का परिवार हम में शामिल हो सकता है। यो सारे सवाल अचानक पटना के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
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