एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुसलमानों के प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए मुस्लिमों के लिए किए अपने कार्य गिनाते हैं, वहीं दूसरी तरफ उन्हीं के सहयोगी भाजपा के विधायक नीतीश के सुशासन में छेद कर रहे हैं। नीतीश मुसलमानों को आश्वस्त करते हैं और उनके सहयोगी भाजपा के विधायक भय पैदा करने में लगे हैं। ताजा मामला मधुबनी जिले का है। यहां भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने अल्पसंख्यक विद्यालय निर्माण का कार्य रोकवा दिया है। इससे मधुबनी, दरभंगा के मुसलमानों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास से मधुबनी जिला के बिस्फी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत रघौली के उसौथू गांव में अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निमार्ण कार्य शुरू किया गया था जिसकी प्राकलित राशि 60,39,02775/- (साठ करोड़ उन्चालिस लाख दो हजार सात सौ पछत्तर) रूपया है। विद्यालय के भवन का निर्माण बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय योजना के अन्तर्गत कराया जा रहा है। अचानक विद्यालय निर्माण का कार्य रोक दिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल नहीं चाहते कि मुस्लिम बच्चों को तालीम मिले। इसीलिए उन्होंने स्कूल का निर्माण रोकवा दिया।
मुस्लिम बेदारी कारवां के अध्यक्ष नजरे आलम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जिलाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज की है। जिलाधिकारी को दिए शिकायती आवेदन में उन्होंने कहा कि हम जानना चाहते हैं जिस सरकार के मुखिया के आदेशानुसार इस भवन का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, क्या उसे किसी विधायक के कहने पर रोका जा सकता है। वह भी ऐसा विधायक जो लगातार विवादों में रहता हो, समाज को बांटने की राजनीति करता हो, हिन्दू-मुस्लिम के बीच नफरत फैलाता हो…?? अगर ऐसा ही हुआ है तो यह सुशासन के मुंह पर बड़ा तमाचा है। क्या मधुबनी जिला प्रशासन भी विधायक के दबाव में सरकार के आदेश और नियम कानून को ताक पर रखकर किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है।
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ऑल इंडिया मुस्लिम बेदारी कारवां ने मुख्यमंत्री और राज्य अल्पसंख्यक आयोग के साथ साथ बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड से मांग की है कि उसौथू में रोके गए अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय निमार्ण कार्य को अविलंब शुरू कराए और समाज को बांटने वाले, धार्मिक उन्माद फैलाने वाले स्थानीय विधायक पर कानूनी कार्रवाई करे।