उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने महान समाजवादी नेता डॉ. राममनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के बहाने महागठबंधन की एकजुटता के दावे पर कटाक्ष करते हुये आज कहा कि एक-दूसरे को हराने के लिए जो चुनाव लड़ेंगे, वे अपने महागठबंधन को अटूट बता रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री मोदी ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि बिहार में विधानसभा की मात्र पांच सीटों पर होने वाले उपचुनाव में महागठबंधन एकजुट नहीं है। इसके सभी घटक दल अहंकार और स्वार्थ में इस तरह डूबे हैं कि वे न आपसी सहमति से सीटों का बंटवारा कर सके और न ही चुनावी मंच साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे को हराने के लिए जो चुनाव लड़ेंगे, वे अपने महागठबंधन को अटूट बता रहे हैं।
श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में राष्ट्रीय जनता दल और उसके अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का नाम लिये बगैर कहा कि जिनके 15 साल के राज में गरीबी कम होना तो दूर, लाखों गरीबों को जिंदा रहने भर रोजी-रोटी कमाने के लिए पलायन करना पड़ा और जिस पार्टी के प्रमुख 1000 करोड़ रुपये के चारा घोटाले के चार मामलों में सजायाफ्ता हैं, वे भी लोकलाज छोड़कर सादगी-ईमानदारी के प्रतीक डा. लोहिया की जयंती मना रहे हैं। भाजपा नेता श्री मोदी ने कहा कि ऐसे महापुरुष के लिए राजद की नीति-रीति में यदि जरा भी स्थान होता तो लालू-राबड़ी के शासन में न घोटाले होते, न परिवारवाद को बढ़ावा दिया गया होता।
श्री मोदी ने बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुये कहा, “लोहिया जी की जयंती मनाने और उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाने से पहले तेजस्वी प्रसाद यादव को 29 साल की उम्र में करोड़ों रुपये की 54 सम्पत्तियां हासिल करने के बारे में लगे सभी आरोपों का बिंदुवार जवाब देना चाहिए था। वे लोहिया का नाम लेकर गरीबों का वोट हासिल करना चाहते हैं लेकिन बेडरूम से बाथरूम तक 46 एसी लगाकर अमीरों की तरह रहना पसंद करते हैं।”
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पहली बार आज समाजवादी नेता डॉ. राममनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के बहाने बिहार महागठबंधन के नेताओं ने अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया।